पूर्व सीएम मायावती-अखिलेश का पोस्टर जलाने में भाजपा नेता नामजद
संवादसूत्र बाराबंकी होलिका दहन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और अखिलेश यादव के पोस्टर जलाने की अपनी फोटो और खबर शेयर करने वाले भाजपा नेता के खिलाफ एमएलसी राजेश यादव ने मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया लेकिन घटना स्थल की पुष्टी की जांच में जुटी पुलिस ने भारी जद्दोजहद के बाद घटना स्थल लखनऊ होने का दावा किया है।
बाराबंकी : होलिका दहन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और अखिलेश यादव के पोस्टर जलाने की फोटो और खबर शेयर करने वाले भाजपा नेता के खिलाफ एमएलसी राजेश यादव ने मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया, लेकिन घटनास्थल की पुष्टि की जांच में जुटी पुलिस ने घटनास्थल लखनऊ होने का दावा किया है।
भाजपा नेता रामबाबू द्विवेदी ने 20 मार्च 2019 को 9:17 बजे सोशल मीडिया पर अपनी एक खबर फोटो सहित शेयर की थी। इसमें वह अखिलेश और मायावती की जोड़ी को होलिका दहन के साथ जलाते नजर आ रहे हैं। वहीं खबर में उनका पक्ष लिखा है कि होलिका दहन का त्योहार तो प्राचीनकाल से चला आ रहा है। इस त्योहार की मान्यता है कि आज के दिन एक बुआ अपने भतीजे को लेकर आग में बैठी थी। इसमें कुटिल बुआ तो भस्म हो गईं थी और सदाचारी भक्त भतीजा सकुशल आग से बच गया था। आज हमने उन्हें मान्यताओं का ध्यान में रखकर बुआ और भतीेजे दोनों को भस्म किया है क्योंकि यह भतीजा भी अपनी बुआ की तरह राक्षसी प्रवृत्ति का है इस खबर को फेसबुक पर शेयर करने की जानकारी पर शुक्रवार देर रात सपा एमएलसी राजेश यादव ने एसपी डॉ. सतीश कुमार को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की। एसपी के आदेश पर रामनगर थाने में रात करीब डेढ़ बजे भाजपा नेता के खिलाफ अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (नृशंसता निवारण) अधिनियम सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
घटना स्थल लखनऊ का : दी गई तहरीर में होलिका दहन का स्थल रामनगर कस्बा दिखाया गया था, जिसके तहत रामनगर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। एसपी ने बताया कि घटना स्थल के लिए वह स्वयं रामनगर और कुर्सी थाना क्षेत्र के बेहटा चौकी क्षेत्र का जायजा लिया। प्रथम ²ष्टया घटना स्थल लखनऊ के गुड़ंबा थाना क्षेत्र का पाया गया है।
प्रतीकात्मक विरोध मात्र : आरोपित भाजपा नेता रामबाबू द्विवेदी ने बताया कि उन्होंने देश की सेना और सरकार का विरोध करने वालों के खिलाफ प्रतीकात्मक विरोध मात्र किया है। उन्होंने किसी पर अभद्र टिप्पणी नहीं की है।