बाजार में स्थानीय उत्पादों का 'त्योहार'
धनतेरस को लेकर तैयारियां पूरी सराफा बर्तन और सजावटी उत्पाद कर रहे आकर्षित
बाराबंकी : कोरोना संक्रमण के चलते लोग आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, पर त्योहार को लेकर लोगों में उत्साह भी है। त्योहार के उल्लास में डूबे लोगों को जेब का भी ख्याल रखना है। इसलिए उनकी पहली पसंद स्थानीय उत्पाद बन रहे हैं। स्थानीय उत्पादअपेक्षाकृत सस्ते होने के साथ ही मजबूत और भरोसेमंद भी होते हैं। धनतेरस की तैयारियां भी पूरी हो चुकी हैं। सर्राफा बाजार, बाइक एजेंसीज, बर्तन-कपड़ा व सजावटी सामान लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। मां लक्ष्मी व गणेश जी विभिन्न प्रकार की मूर्तियां भी सज गई हैं।
घंटाघर के निकट आधा दर्जन दुकानें सजावटी फूल-मालाओं व श्रीगणेश-लक्ष्मी के वस्त्रों की हैं। 10 रुपये से लेकर 100 रुपये तक की मालाएं व वस्त्रों के जोड़े मौजूद हैं। इनमें से ज्यादातर उत्पाद स्थानीय लोगों के ही बनाए होते हैं। इतना ही नहीं घरों में बिछाने वाली कॉलीन, पर्दे, चादर, कुशन, तकिया व सोफा कवर भी नई-नई डिजाइनों के आए हैं। इसमें कुछ तो जिले के ही हस्तशिल्पियों ने तैयार की है तो कुछ पर डिजाइनिग में इनकी भूमिका है। सत्यप्रेमीनगर के राकेश श्रीवास्तव बताते हैं कि स्थानीय उत्पाद सस्ते होने के साथ ही आकर्षक भी होते हैं। इसमें कलाकारी भी दिखती है। इसलिए सजावटी फूल और स्वदेशी झालर खरीदी है। आइपी सिंह बताते हैं कि खरीदारी में स्वदेशी को प्राथमिकता का आह्वान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर रहे हैं। ऐसे में विदेशी उत्पाद के बजाय लोकल को महत्व दे रहे हैं।
श्रृंगार का भी सजा बाजार : महिलाओं के श्रृंगार व अन्य जरूरतों के सामानों के लिए विशेष रूप से विख्यात सट्टी बाजार की मीना बाजार में भी सजी है। नई डिजाइनर चूड़ियां, चप्पल, सैंडिल, लहंगा, पर्स, कुर्ती, साड़ियां सहित अन्य जरूरत की वस्तुएं यहां उपलब्ध हैं। रेडीमेड कपड़ों की दुकानें नगर पालिका परिषद नवाबगंज के आसपास की दुकानों पर खूब हैं।
ऑफर से आकर्षित करने की तैयारी
शहर में धनोखर चौराहे से घंटाघर होते हुए दर्पण टाकीज तक मुख्य बाजार लगती है। घंटाघर के निकट सराफा की दुकानों पर धनतेरस के ²ष्टिगत ग्राहकों के लिए ऑफर दिए गए हैं। भगवती प्रसाद-अनंत कुमार सर्राफ के यहां धनतेरस पर हीरे की ज्वैलसी पर 15 फीसद की छूट की गई है। सर्राफ अनंत कुमार का कहना है कि हीरे की ज्वैलरी के प्रति भी लोगों का रुझान बढ़ा है। ग्राहक को दीपावली पर ऑफर का इंतजार रहता है। कोरोना कॉल के चलते इस बार आर्थिक मंदी है फिर भी अच्छी बिक्री की उम्मीद कर हमने तैयारियां कर रखी हैं। नगर में बाइक की एजेंसियों में सजावट की गई है। कोई सौ प्रतिशत फाइनेंस तो किसी ने बिना ब्याज के किस्तों पर बाइक का ऑफर दे रहा है।
मिट्टी की आकृतियां दे रहीं संदेश : त्योहारी सीजन को भांपते हुए कलाकार भी अपने हुनर को निखारने में जुटे हैं। सत्यप्रेमीनगर में एक महिला मिट्टी की आकृति बनाती दिखी। उसने दोनों हाथ और सिर पर दीये बनाए गए थे। आकर्षक दिखने वाली यह दीये जलने के बाद भी घर की सजावट के काम आएंगे।