जांच के बाद ही जायरीन को मजार में मिलेगा प्रवेश
मास्क और तापमान जांच के बाद ही जायरीन को मजार में प्रवेश दिया गया।
बाराबंकी : या वारिस -हक वारिस की सदाओं के बीच शुक्रवार से हाजी वारिस अली शाह की दरगाह पर दर्शनों का सिलसिला शुरू हो गया। मास्क और तापमान जांच के बाद ही जायरीन को मजार में प्रवेश दिया गया। शाम तक जायरीन दर्शनों के लिए कतारबद्ध दिखे।
लॉकडाउन और नजदीकी हॉटस्पॉट के चलते दरगाह तीन महीने अधिक समय से बंद थी। गुरुवार को इसके खोलने की अनुमति मिल गई थी। दरगाह ट्रस्ट ने मजार को विसंक्रमित करने के बाद शुक्रवार की दोपहर से खोलने का निर्णय लिया था।
शुक्रवार को जब दरगाह के द्वार खुले तो लोगों ने गोलों में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार किया। लोगों के शरीर का तापमान मापने और हाथों को धुलवाने के बाद ही प्रवेश दिया गया। लंबे अरसे से अपने आराध्य के दर्शनों से वंचित लोगों में दर्शन को लेकर व्याकुलता दिखी। या वारिस हक वारिस के जयघोष के बीच लोगों ने अपने वारिस पिया के बाहरी चबूतरे से दर्शन किए। कानपुर से आये एहसान वारसी ने कहा कि काफी दिनों बाद बाबा के दर्शन हुए हैं। दर्शन पाकर मन प्रसन्नचित हो उठा है। मैनेजर साद महमूद वारसी ने कहा कि सभी एहतियात का पालन करते हुए ही लोगों को मजार में दाखिले की अनुमति दी जा रही है।