क्यूआर कोड से परिषदीय बच्चों की शुरू हुई पढ़ाई
बाराबंकी: पूर्व माध्यमिक विद्यालय मियागंज में पहले से ही बच्चों को प्रोजेक्टर और कंप्यूटर के मा
बाराबंकी: पूर्व माध्यमिक विद्यालय मियागंज में पहले से ही बच्चों को प्रोजेक्टर और कंप्यूटर के माध्यम से पढ़ाया जा रहा था। अब यह विद्यालय और हाईटेक हो गया है। यहा शिक्षा को सरल व आसान बनाने के लिए कक्षा एक से आठ तक के प्रत्येक किताबों में क्यूआर (क्विक रिस्पास) कोड का प्रयोग शुरू किया है।
बेसिक की कक्षा एक से कक्षा 8 तक की पाठ्य पुस्तक के प्रत्येक पाठ पर क्यूआर कोड बना हुआ होता है। जिसे एंड्रॉयड फोन से उस क्यूआर कोड को स्कैन कर लेते हैं, जिससे उस व्यक्ति के मोबाइल में उस पाठ का वीडियो या ऑडियो वर्जन आ जाएगा। उससे छात्र को आसानी से समझाया जा सकता है। राष्ट्रपति से सम्मानित आशुतोष आनंद ने बताया कि इस विधा का प्रयोग वे अपने स्कूल में कर रहे हैं। जिससे बच्चों को आसानी से पाठ्यवस्तु के बारे में समझाया जा सकता है। अपने विद्यालय के बच्चो के बारे में बताया कि बच्चे कोड स्कैन करके कंटेंट देखते हैं।