नौचंदी में पहुंचे जायरीन, गेट के बाहर से किए दर्शन
-मजार ट्रस्ट ने पहले ही कर दी थी जायरीन से न आने की अपील
बाराबंकी: अनलॉक -1 के बाद गुरुवार को आयोजित नौचंदी उर्स में काफी संख्या में जायरीन मजार पर पहुंचे। जायरीन को गेट के बाहर से ही अपने आराध्य के दर्शन कर संतोष करना पड़ा।
सूफी संत हाजी वारिस अली शाह की दरगाह लॉकडाउन के दौरान से बंद है। आठ जून को इसके खुलने की उम्मीद थी। परंतु, नजदीकी दो वार्डों में हॉटस्पॉट के चलते आस्ताना के खुलने की तारीख फिलहाल तय नहीं है। लॉकडाउन के बाद गुरुवार को पड़ी नौचंदी में काफी जायरीन अपनी हाजिरी के लिए आस्ताना पर पहुंचे। यहां पहुंचकर गेट पर लटकते ताले को देखकर उन्हें मन मसोस कर रह जाना पड़ा। खराब मौसम के बावजूद दर्शनों की उम्मीद से पहुंचे जायरीन को गेट के बाहर से ही वारिस पिया के दर्शन करना पड़ा। हालांकि, मजार ट्रस्ट ने पहले ही बयान जारी कर लोगों से फिलहाल नौचंदी में न आने की अपील कर दी थी।ट्रस्ट मैनेजर साद महमूद वारसी ने बताया कि मजार खुलने की तारीख अभी तय नहीं है, पर कोरोना से एहतियात के सभी इंतजाम पूरे हैं। इनसेट-
चादर और प्रसाद बेचने वाले दुकानदार बेहाल
मजार रोड पर करीब दो दर्जन से अधिक चादर और प्रसाद बेंचने वाले दुकानदार है। इसकी कमाई से इनका परिवार चलता है। तीन माह से मजार बन्दी से त्रस्त दुकानदार अब चादर ,प्रसाद और मिठाई पर पाबंदी से बेहाल हैं। दुकानदार राजेश ने बताया कि उनका सारा धंधा चौपट हो जाएगा।