गांवों में गंदगी का अंबार, सफाई व्यवस्था पर लगा ग्रहण
कहीं सफाईकर्मी नहीं तो कहीं गावों में कर्मचारी नहीं पहुंच रहे हैं।
बाराबंकी : ग्राम पंचायतों में नियुक्त सफाई कर्मचारी गांवों की सफाई नहीं कर रहे हैं। बजबजा रही नालियों की साफ-सफाई न होने की वजह से संक्रामक फैलने का खतरा मंडरा रहा है। पंचायत भवन से लेकर सरकारी स्कूलों में भी गंदगी का अंबार लगा है। गांवों में दवा का छिड़काव न होने से डेंगू जैसी संक्रामक बीमारियों का खतरा बना है। बनीकोडर ब्लॉक के अफसर अब सफाई पर मॉनीटरिग बंद कर दी है।
केस एक : बनीकोडर की ग्राम पंचायत अहमदपुर ग्राम पंचायत में देखा गया कि कई दिनों से सफाई नहीं हुई। जगह-जगह नालियां कीचड़ से जाम हैं। लगभग पांच हजार आबादी वाले अहमदपुर कस्बा में किसी सफाई कर्मी की तैनाती नहीं है। सफाई कर्मी के निलंबित होने के बाद प्रधान ने सफाई कर्मी की मांग की थी, परंतु अभी तक किसी की तैनाती नहीं हो पाई है।
केस दो : ग्राम किठूरी में बनी नालियों में गंदगी का अंबार लगा है। गांव की कई दिनों से सफाई नहीं हुई है। पंचायत भवन व विद्यालय के आसपास बड़ी-बड़ी घास उगी है। ग्रामीण मो. शाद व कदीर अहमद बताते हैं कि गांव की सफाई बहुत ही कम की जाती है।
केस तीन : भवनियापुर खेवली गांव के ग्राम भवनियापुर में गंदगी से चोक नालियां व बड़ी-बड़ी घास उगी है। साफ-सफाई न होने के कारण गंदगी बनी हुई है।
एडीओ पंचायत, बनीकोडर लक्ष्मी नारायण मणि त्रिपाठी ने बताया कि अहमदपुर के सफाईकर्मी निलंबित हैं। ग्राम पंचायतों में तैनात सफाईकर्मी सफाई करते हैं। जहां पर सफाई नहीं हो रही है। इसकी जांच कराई जाएगी।