मलबा हटने के साथ कम हो रही दहशत
: पांच दिन से दहशत के बीच जी रहे धारूपुर के लोगों में रविवार को थोड़ा सुकून नजर आया। धमाके दर धमाके से दहल चुका धारूपुर में खमोशी रही और लोग अपने काम में व्यस्त दिखे। रविवार को दिन भर राहत काम चला और मलबा हटा, हालांकि कब फिर विस्फोट हो जाए इसको लेकर ग्रामीण व प्रशासन सभी शंका में थे।
रामसनेहीघाट : मलबा हटाने के काम में रविवार को प्रशासन ने तेजी दिखाई। मलबे हटने के साथ ही ग्रामीणों के चेहरे पर पांच दिनों से कायम दहशत भी जाती दिखी। धमाके दर धमाके से दहल चुका धारूपुर में खामोशी रही और लोग अपने काम में व्यस्त दिखे। रविवार को दिन भर राहत काम चला और मलबा हटा, हालांकि कब फिर विस्फोट हो जाए इसको लेकर ग्रामीण और प्रशासन आशंकित थे।
रामसनेहीघाट के धारूपुर गांव में पिछले पांच दिनों से ¨जदगी हथेली पर थी। लेकिन, रविवार को मलबे में फायर दस्ते ने अधिक पानी भरा और धुंए को खत्म किया तो धमाके का डर थमा। प्रशासन ने मलबा हटाने पर जोर दिया। कई ट्रैक्टर-ट्रालियों से मलबा हटाया गया। हसीब के घर से मलबा हटाने का कार्य शुरू होने तक दहशत जरूर बनी थी, लेकिन जब यहां मलबा हटने लगा तो गांव के लोगों को सुकून मिला। प्रशासन ने दिनभर अभियान चलाकर जाहिद और शब्बीर के साथ ही काफी हद तक हसीब के यहां का भी मलबा हटा दिया है। लेकिन, अभी भी काफी संख्या में ईंट और मलबा है। गांव के मौजीराम के घर महिलाएं रविवार को दिखाई पड़ी। इससे पहले खेतों और दूसरे के घरों में दिन रात गुजारने को विवश थीं। ग्रामीणों ने बताया कि आज मलबा तेजी से हट रहा है, धुंआ भी नहीं उठ रहा। इससे लगता है कि अब धमाका नहीं होगा। कमलेश कुमारी भी घर खाना बनाती दिखीं। उसने बताया कि मंगलवार के बाद आज डर कुछ कम हुआ है। नुकसान का आकलन, मुआवजे की मांग : धारूपुर गांव में क्षतिग्रस्त घरों के लोगों ने मुआवजे की प्रशासन से मांग की। गांव पहुंचे तहसीलदार पंकज दीक्षित के निर्देश पर क्षेत्रीय लेखपाल ने गांव के क्षतिग्रस्त घरों में हुए नुकसान का आकलन किया। वैश के घर 30 हजार, कदीर व मो. रमजान के यहां 15 हजार, हुन्ना के यहां 60 हजार रुपये की क्षति होने समेत डेढ़ दर्जन घरों में क्षति का आकलन किया गया। बम डिस्पोजल टीम बुलाई : सीओ उमाशंकर ¨सह ने रविवार को हसीब के घर मलबा उठने से पहले बम डिस्पोजल टीम को बुलाया। आशंका थी कि हसीब के घर विस्फोटक मलबे के नीचे हो सकता है। टीम दोपहर में पहुंची उसकी जांच के बाद फायर दस्ते ने पानी शुरू किया। पानी मलबे पर गिरते हुए हटाया गया।