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ऊंट के मुंह में जीरा है संसाधन, कैसे सुव्यवस्थित हो यातायात

चित्र-29बीआरके-04 05 - संसाधन जुटाने की जुगत में है यातायात पुलिस व विभाग निरंकार जाय

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 11:55 PM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 11:55 PM (IST)
ऊंट के मुंह में जीरा है संसाधन, कैसे सुव्यवस्थित हो यातायात
ऊंट के मुंह में जीरा है संसाधन, कैसे सुव्यवस्थित हो यातायात

चित्र-29बीआरके-04, 05 - संसाधन जुटाने की जुगत में है यातायात पुलिस व विभाग निरंकार जायसवाल, बाराबंकी: बढ़ती आबादी और वाहनों के अनुपात में परिवहन विभाग और यातायात पुलिस के पास संसाधन ऊंट के मुंह में जीरा साबित होते हैं। इस परिस्थितियों में सुधार लाने के लिए संसाधन जुटाए जा रहे हैं। वाहन की संसाधनों को जुटाने की रफ्तार भी तेजी पकड़ रही है।अभी तक ट्रैफिक लाइट से विहीन जिले को नए वर्ष तक यह तोहफा भी मिल सकता है। सभी विभागों संग जागरूकता : एआरटीओ प्रवर्तन राहुल श्रीवास्तव और प्रशासन पंकज सिंह का कहना है कि विभाग में किसी मूलभूत संसाधन की कमी नहीं है। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में होने वाली सड़क सुरक्षा समिति की त्रिमासिक बैठक में चिन्हित ब्लैक स्पॉट को समाप्त करने के लिए योजना तैयार कर पीब्ल्यूडी अथवा एनएचआई को जिम्मेदारी सौंपी जाती है। अन्य विभागों के माध्यम से सड़क सुरक्षा के साथ साथ चौराहा सौंदरीकरण की योजनाए भी बनती हैं।

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जागरूकता का क्रम : यातायात नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रत्येक माह सड़क सुरक्षा सप्ताह, नवंबर माह को यातायात माह और अन्य दिनों में यातायात सप्ताह बनाए जाते हैं। जिसमें लोगों को जागरूक करने के लिए विद्यालयों में जागरूकता अभियान, होर्डिंग पोस्टर व पंपलेट से लेकर गांधी गिरी कर जागरूक किया जाता है।विभिन्न प्रतियोगिताएं व कार्यक्रमों के साथ नुक्कड़ नाटक से लोगों को जागरूक किया जाता है।

ताकि सुरक्षित रहें बच्चें : बीएसए और डीआइओएस के माध्यम से परिवहन विभाग सभी विद्यालयों के संचालकों को उनके स्कूली वाहनों के चालक के सत्यापन की प्रक्रिया करा रहा हैं। एआरटीओ कहते हैँं कि स्कूली बच्चों की सुरक्षा के ²ष्टिगत यह बहुत महत्वपूर्ण कदम है।लॉक डाउन के दौरान यह प्रक्रिया बंद हो गई थी अब इसको दोबारा प्रयोग में लाया जा रहा है। जल्द ही मिलेंगी ट्रैफिक लाइट : यातायात पुलिस उपाधीक्षक सीमा यादव ने बताया कि जिले में भी तक ट्रैफिक लाइट नहीं हैं। इसकी शुरूआत जल्द ही होने वाली है। कार्य योजन तैयार है और जल्द ही इसको अमली जामा पहनाया जाएगा। शहर के देवा तिराहा, सतरिख नाका, रामनगर तिराहा और असैनी मोड़ सहित कुल पांच स्थानों को चिन्हित किया गया है। इन स्थानों पर प्रशासन, नगर पालिका और निजी एजेंसी के जरिए ट्रैफिक लाइट लगेंगी। यह सुरक्षित व व्यवस्थित रहें इसका निजी एजेंसी से करार किया गया है।

ब्लैक स्पॉट पर लगेंगे संकेतक व रिफ्लेक्टर : सीओ ने बताया कि जिले में कुल 14 ब्लैक स्पॉट हैं। सकरा रास्ता, क्रासिग अथवा अंधा-तीव्र मोड़ पर संकेतक और मिरर रिफ्लेक्टर लगाए जाने की योजना है। ठंड में कोहरे के कारण डिवाइडर से आए दिन वाहन टकरा जाते हैं। ऐसे डिवाइडरों को चिन्हित किया जा रहा है, इन पर रिफ्लेक्टर लगाए जाने हैं।

जल्द बढ़ेगी मेन पॉवर : जिले में एक टीएसआइ, 13 कांस्टेबल, 42 होमगार्ड और 25 पीआरवी पूरे जिले की यातायात व्यवस्था संभाले हैं। यातायात पुलिस बल बढ़ाने के लिए उच्चाधिकारियों को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। स्वीकृति मिलने के बाद यातायात के लिए चयनित होने वाले पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।


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