अपनी 'प्रतिज्ञा' के लिए कांग्रेसी भूले नियम-कानून
अपनी प्रतिज्ञा यात्रा के लिए कांग्रेसी सारे नियम कानून भूल गए। बिना अनुमति के सड़क किनारे पहले मंच बनाया फिर उसी मंच कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा ने जनसभा को संबोधित किया।
प्रेम अवस्थी, बाराबंकी
अपनी 'प्रतिज्ञा' यात्रा के लिए कांग्रेसी सारे नियम कानून भूल गए। बिना अनुमति के सड़क किनारे पहले मंच बनाया फिर उसी मंच कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा ने जनसभा को संबोधित किया। इससे अधिकारी हलकान रहे। सीओ सदर राम सूरत सोनकर तो अपनी नौकरी की दुहाई देते हुए कांग्रेसी नेताओं से खुलकर कहते दिखे कि आप लोग मान नहीं रहे हो। जनसभा की अनुमति हरख के खेल मैदान की है। सड़क जाम कर जनसभा करने का कोई मतलब नहीं है। संयुक्त मजिस्ट्रेट एसडीएम सदर सुमित यादव ने भी कांग्रेसी नेताओं को समझाया लेकिन मंच से कांग्रेस जिलाध्यक्ष मो. मोहसिन, चुनाव प्रभारी डा. पीएल पुनिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप आदित्य जैन, नसीमुद्दीन सिद्दीकी सहित अन्य नेता उनसे सिर्फ पंद्रह मिनट की मोहलत मांगते हुए अपने कार्यक्रम को सफल बनाने की ओर ध्यान केंद्रित किए रहे।
दरअसल, खेल मैदान परिसर में प्रस्तावित जनसभा स्थल पर हजारों कुर्सियां भी लगाई गई थीं। हरख के मेंहदीपुर चौराहे के एक कोने में स्वागत मंच बनाया गया। इसी के निकट बांदा-बहराइच मार्ग पर प्रतिज्ञा यात्रा रथ के रूप में सजी बस खड़ी थी। दोपहर करीब एक बजे जब प्रशासनिक अमले को स्वागत मंच से प्रियंका के संबोधन की भनक लगी तो चौराहे पर रस्सी लगाकर मंच के सामने सुरक्षा घेरा बनाया गया। सभा स्थल पर मौजूद लोगों को जब जानकारी हुई तो वह भी चौराहे पर आ गए। मंच के निकट पहुंचने की कोशिश में महिला कांग्रेस की नगर अध्यक्ष प्रीति शुक्ला की केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान से बहस भी हो गई। भीड़ के चलते अन्य महिला कार्यकर्ताओं को प्रियंका के सामने पहुंचने का मौका नहीं मिल पाया। इनसेट-
बिना अनुमति के कांग्रेस की जन सभा सड़क किनारे मंच बनाकर की गई। इससे सड़क पर जाम लगा। आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई पर विचार किया जा रहा है।
सुमित यादव, संयुक्त मजिस्ट्रेट एसडीएम सदर बाराबंकी