सेटेलाइट से होगा सीएम आवास के पात्रों का सत्यापन
बाराबंकी : जिले में मुख्यमंत्री आवास के लिए 59 हजार गरीबों को चिन्हित किया गया है। अब आ
बाराबंकी : जिले में मुख्यमंत्री आवास के लिए 59 हजार गरीबों को चिन्हित किया गया है। अब आवास 'एप' पर पात्रों की सूची अपलोड होनी शुरू हो गई है। साथ-साथ गरीब की जमीनों का जीओ टै¨गग भी शुरू कर दी गई है। अब कर्मचारी नहीं बल्कि सेटेलाइट से पात्रों का सत्यापन किया जाएगा।
2011 में हुई सामाजिक आर्थिक एवं जातिगत जनगणना की पात्रता सूची में जिन गरीबों का नाम छूट गए थे, उन्हें प्रदेश सरकार राहत देने जा रही है। शासन से विकसित आवास 'एप' पर गरीबों के नाम अपलोड करना शुरू कर दिया है। सर्वे के दौरान आवास से वंचित 59 हजार गरीबों को सीएम आवास मिलेगा। आवास एक लाख 20 रुपये से निर्मित कराया जाएगा। साथ ही 90 दिन की मजदूरी और 12 हजार का मनरेगा से शौचालय लाभार्थी को मिलेगा। 59 हजार गरीबों में से 3019 गरीबों की जमीनों का जीओ टै¨गग भी करा ली गई है। 31 सितंबर तक ऑनलाइन अपलोड कर जीओ टै¨गग पूरी करनी है। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद सैटेलाइट से गरीबों की पात्रता की जांच स्वत: हो जाएगी। सेटेलाइट आवास एप से ¨लकअप रहेगा, पात्र और अपात्रों को फिल्टर कर देगा।
आपदा पीड़ितों को सबसे अधिक लाभ : सीएम आवास में सबसे अधिक आपदा पीड़ितों को राहत मिलेगी। जिले में फतेहपुर, रामनगर और सिरौलीगौसपुर तहसीलें डेंजर जोन में आती है। यहां घाघरा का कहर हर वर्ष जुलाई से कोहराम मचाता है। जिसमें सैकड़ों परिवारों के घर उजड़ जाते हैं। इसके इतर यहां गर्मियों में झोपड़पट्टी नुमा बने घर आग से गांव के गांव उजड़ जाते हैं। यहां ऐसे हजारों परिवार हैं, जिनका नाम पात्रता स ची में तो नहीं है लेकिन वे बेहद गरीब हैं।
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“ जिले के लगभग 59 हजार गरीबों की फी¨डग शुरू कर दी गई है। आपदा पीड़ितों को सीएम आवास का अधिक लाभ मिलेगा। अब पात्रता की जांच सीधे सैटेलाइट से की जाएगी।
डॉ. हरिचरन ¨सह, परियोजना निदेशक, बाराबंकी।