यहां चटाई पर बैठकर पढ़ाई करते हैं कॉलेज के छात्र
यहां चटाई पर बैठकर पढ़ाई करते हैं कॉलेज के छात्रकैंपस यहां चटाई पर बैठकर पढ़ाई करते हैं कॉलेज के छात्रकैंपस यहां चटाई पर बैठकर पढ़ाई करते हैं कॉलेज
बाराबंकी : करीब छह साल पहले जब कस्बे में सरकारी इंटर कॉलेज की स्थापना हुई थी, तो लोगों को उम्मीद थी कि उनके बच्चों को अब बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी। साल बीतने के साथ ही कॉलेज में सुविधाएं बदतर होती गयीं। आलम यह है कि यहां आज भी छात्र चटाई पर बैठ कर पढ़ाई करते हैं। लैब धूल खा रही है। खिड़कियों के शीशे टूटे पड़े हैं, कॉलेज की अन्य सुविधाएं भी बदहाल हैं। कस्बे में मल्टी सेक्टोरियल योजना के तहत बने कॉलेज में वर्तमान में करीब चार सैकड़ा छात्र पंजीकृत हैं। इन्हें पढ़ाने के लिए 13 शिक्षक पीटीए के तहत तैनात हैं। कॉलेज की छात्रा शिवानी बताती है कि विद्यालय की खिड़की के सारे शीशे टूटे पड़े हैं। ठंडी के दिनों में बच्चों को काफी दिक्कत होती हैं। छात्रों को जमीन पर बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती है, जिससे ठंड लग जाती है। छात्रा जूली कहती है विद्यालय में विज्ञान के लिए काफी बड़ा लैब बना है, पर विज्ञान का कोई अध्यापक व संसाधन न होने से लैब गंदगी से पटा पड़ा है। छात्रा ममता बताती है कि विद्यालय में चहारदीवारी न होने से छात्र क्लास रूम में ही साइकिलें खड़ी करते हैं। वहीं विद्यालय की अन्य सुविधाएं भी बदहाल हैं। कार्यालय में धूल फांक रहा प्रस्ताव : बेलहरा राजकीय इंटर कॉलेज में अव्यवस्थाओं और कमियों को लेकर प्रस्ताव बनाकर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय को भेजा गया, लेकिन यहां यह प्रस्ताव अब धूल फांक रहा है। यही कारण है कि छात्र और छात्राएं जमीन पर बैठ कर पढ़ाई करते हैं। प्रधानाचार्य शिवकुमार ने बताया कि प्रस्ताव भेजा गया है, अभी इस पर अमल नहीं हुआ है।