..मगर ये आंकड़े झूठे हैं व दावा किताबी है
बाराबंकी : 'तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है, मगर यह आंकड़े झूठे हैं व दावा
बाराबंकी : 'तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है, मगर यह आंकड़े झूठे हैं व दावा किताबी है।' कुछ ऐसी ही तस्वीर शुक्रवार को सीडीओ मेधा रूपम को परिषदीय स्कूलों के निरीक्षण के दौरान देखने को मिली। स्कूलों में पंजीकरण के ही नहीं दर्ज उपस्थिति के सापेक्ष भी कम बच्चे मिले। बिना अवकाश स्वीकृति के शिक्षिकाएं भी गैरहाजिर मिलीं। एमडीएम की गुणवत्ता ठीक न मिलने के साथ ही शौचालयों पर महिला-पुरुष का अंकन नहीं पाया गया। शैक्षणिक गुणवत्ता भी स्तरहीन मिली। व्यापाक पैमाने पर खामियां मिलने से नाराज सीडीओ ने अनुपस्थित शिक्षिकाओं का वेतन काटने के साथ ही स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारियों को पांच-पांच स्कूलों का निरीक्षण करने और आख्या के साथ 19 फरवरी को सायं चार बजे समीक्षा के लिए उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं। वहीं उपस्थिति पंजिका में भी हेराफेरी मिलने पर कुरौली के प्रधानाध्यापक को निलंबन की चेतावनी देते हुए बीएसए को कार्रवाई के निर्देश दिए। सबसे पहले वे पूर्व माध्यमिक विद्यालय जिन्हौली पहुंचीं जहां 161 पंजीकृत छात्रों के सापेक्ष 25 बच्चे ही निरीक्षण के समय उपस्थित मिले। जबकि पंजिका पर 45 बच्चों की उपस्थिति दर्ज थी। यहां नौ शिक्षक व तीन अनुदेशक कार्यरत होने के बारे में बताया गया। इसमें सहायक शिक्षिका रश्मि ¨सह अनुपस्थित पाई गईं। प्रधानाचार्य ने रश्मि ¨सह का अवकाश प्रार्थनापत्र उपलब्ध नहीं होने की जानकारी दी। बीएसए से जानकारी करने पर पता चला कि इनका कोई पूर्व अवकाश भी स्वीकृत नहीं है। सीडीओ ने संबंधित शिक्षिका का वेतन काटने के निर्देश देते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। विद्यालय परिसर में दोपहर दो बजे के करीब तीन शिक्षिकाएं व प्रधानाध्यापक बाहर समाचार-पत्र पढ़ रही थीं। बच्चे इधर-उधर घूम रहे थे। एमडीएम पंजिका में माह अक्टूबर 2018 से विवरण नहीं अंकित किया गया था। बताया, यहां से एमडीएम की गलत सूचना उच्चाधिकारियों को दी जाती है। छह माह से 100 बच्चों का अंकन किया जा रहा है। प्रधानाध्यापक से कंपोजिट ग्राम की उपलब्धता उपभोग के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है। प्राथमिक विद्यालय जिन्हौली में 208 पंजीकृत बच्चों में से 36 बच्चे ही मौजूद मिले। जबकि, एमडीएम रजिस्टर में प्रतिदिन 150 बच्चे प्रतिदिन दर्शाए जा रहे हैं। इस पर उन्होंने चेतावनी देते हुए सुधार लाने को कहा। प्राथमिक विद्यालय कुरौली में प्रधानाध्यापक कुसुम ¨सह मौजूद मिलीं। 81 पंजीकृत छात्रों के सापेक्ष 13 बच्चे ही मिले। रजिस्टर में 49 उपस्थित दिखाए गए थे। परिसर में गंदगी मिली। एमडीएम में बनी तहरी में मिर्च का उपयोग अधिक किया गया था। इससे संबंधित रजिस्टर में माह दिसंबर 18 से कोई प्रविष्टि अंकित नहीं की गई थी। प्रधान के हस्ताक्षर भी नहीं मिले। विद्यालय में लगे झूले में ताला लगा मिला। शिक्षण गतिविधि भी संतोषजनक सीडीओ को नहीं मिली। पूर्व माध्यमिक विद्यालय कुरौली में 67 बच्चों के सापेक्ष मात्र 21 बच्चे ही मौजूद मिले। विद्यालय में शिक्षिका अंकिता ¨सह बिना स्वीकृत अवकाश के अनुपस्थित मिलीं।