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बॉटम : आम की अच्छी फसल देख बागवां व कारोबारियों में मुनाफे की उम्मीद

फोटो 14 एएमबी 02 -5058 हेक्टेयर भूमि पर लगे हैं आम के पेड़ -40 हजार टन से अधिक रिका

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Apr 2021 06:18 PM (IST)Updated: Wed, 14 Apr 2021 06:18 PM (IST)
बॉटम : आम की अच्छी फसल देख बागवां व कारोबारियों में मुनाफे की उम्मीद
बॉटम : आम की अच्छी फसल देख बागवां व कारोबारियों में मुनाफे की उम्मीद

फोटो : 14 एएमबी 02

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-5058 हेक्टेयर भूमि पर लगे हैं आम के पेड़

-40 हजार टन से अधिक रिकॉर्ड उत्पादन की उम्मीद

संसू, अन्नावां (अंबेडकरनगर) : आम को फलों का राजा कहा जाता है। अपने अद्भुत स्वाद और खुशबू से ही आम में पाई जाने वाली बेहिसाब खूबियां इसे फलों का राजा बनाती हैं। गर्मी के मौसम में आम के बारे में बहसें भी बहुत आम हैं। कोई लंगड़ा की तारीफ करता है तो कोई चौसा के कसीदे पढ़ता है, तो कोई दशहरी के आगे किसी और आम को कुछ खास नहीं समझता। बहरहाल, इस साल हर तरह के आम की अच्छी पैदावार होने की उम्मीद के चलते सबकी साध पूरी होने वाली है। जिले में करीब 5058 हेक्टेयर क्षेत्रफल में आम के पेड़ लगे हैं, इसमें 40 हजार टन से अधिक आम का रिकार्ड उत्पादन होने का अनुमान है। इससे बागवानों और कारोबारियों के चेहरे खिले हुए हैं।

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-अच्छे मुनाफे की उम्मीद: अकबरपुर ब्लॉक के बनगांव मार्ग पर पुलसावां स्थित 16 बीघा क्षेत्रफल में लगी आम की बाग के स्वामी हसन अस्करी मजलिसी के अनुसार मौसम ने साथ दिया तो इस बार आम की रिकार्ड पैदावार होगी। नगर के लोरपुर ताजन स्थित आम की बड़ी बाग के मालिक व पूर्व सांसद राकेश पांडेय ने बताया कि आम की भरपूर पैदावार का संकेत बौर से लदे दरख्तों को देखकर ही हो गया था। बाग स्वामी विवेक मेहरोत्रा विक्की, किशन टंडन, रवींद्र कुमार सिंह, संजय राजभर, सुरेश श्रीवास्तव, महेंद्र गुप्त आदि ने भी गत वर्षों की अपेक्षा आम से अच्छे मुनाफे की उम्मीद जाहिर की है।

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-रंग-रूप से खास हैं आम: मंडी व्यापारी रिशि सोनकर बताते हैं कि कच्चे आम का फुटकर भाव 15 से 25 रुपये किलोग्राम है। थोक कारोबारी राकेश कुमार सोनकर कहते हैं कि हर आम की पहचान अपने खास रंग-रूप-आकार, गंध-स्वाद और मिठास से बनती है। आम के व्यापारी प्रदीप कुमार का कहना है कि जनपद में लगभग सभी प्रजाति के आम का उत्पादन हो रहा है। लंगड़ा, चौसा, मालदा, आम्रपाली, बंबहिया, गुलाबखास, सिधूरा और दशहरी जैसे आम अपने स्टार स्टेटस की वजह से हिट हैं तो सफेदा, मालदा और तोतापरी जैसे आम भी खूब बिकते हैं।

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सरकार की ओर से आम उत्पादकों के लिए कई लाभदायक योजनाएं चलाई जा रही हैं। पांच हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि पर लगे आम बागान में 40 हजार टन आम का उत्पादन होने की उम्मीद है।

-संजय कुमार रस्तोगी

जिला उद्यान अधिकारी


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