गरीबों की 'बोली' सुन हैरत में पड़े अफसर
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बाराबंकी : गरीबी की रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों की बोली सुन अधिकारी हैरत में पड़ गए। मछली पालन के लिए तालाब की बोली 80 हजार से शुरू होकर पांच लाख 81 हजार रुपये तक पहुंची।
तहसील क्षेत्र के ग्राम रसूलपुर कला के तालाब की नीलामी मछली पालन के लिए की जानी थी। इस गांव के दो पक्ष तालाब को पाने की होड़ में जुट गए। डेढ़ हेक्टेयर रकबा वाले तालाब की बोली में चंदन व रामलखन मुख्य रूप से शामिल हुए। चंदन की वार्षिक आय 48 हजार रुपये व राजाराम की 60 हजार रुपये होने का प्रमाण पत्र तहसील से ही जारी हुआ है। 80 हजार की बोली चंदन ने लगाई तो राजाराम एक-एक हजार रुपये बढ़ाता गया। तीन घंटे तक चली बोली पांच लाख 81 हजार रुपये में राजाराम के पक्ष में छूटी। राजाराम के साथ एक प्रभाशाली व्यक्ति का सहयोग होने की बात कही जा रही है जिसने बोली को अपने पक्ष में कराने के लिए राजाराम की निरंतर हौसलाफजाई की। इस एक तालाब की रोचक बोली चर्चा का विषय बन गई। उल्लेखनीय है कि इस तालाब की नीलामी इससे पहले 12 फरवरी को होनी थी लेकिन दो पक्षों में विवाद हो गया था। विवाद के ²ष्टिगत सोमवार को पुलिस फोर्स की मौजूदगी में बोली कराई गई।
नायब तहसीलदार प्रज्ञा ¨सह ने बताया कि रसूलपुर कला के तालाब की बोली इतनी लंबी ¨खच गई कि शेष तालाबों की नीलामी अब 25 फरवरी को होगी।