एक की परीक्षा निरस्त, 717 ने किया किनारा
-आखिरी की तीन डिजिट एक होने पर गलती से दूसरे परीक्षा केंद्र पर बैठा छात्र -थर्मल स्क्रीनिग व सैनिटाइज के बाद ही मिला छात्रों को प्रवेश
बाराबंकी : जिले के पांच परीक्षा केंद्रों पर रविवार को बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न हुई। सुबह की पाली में 359 परीक्षार्थी व शाम की पाली में 358 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। सुबह एक परीक्षार्थी के दूसरे सेंटर पर परीक्षा देने के चलते उसकी परीक्षा को निरस्त कर दिया गया। उसे पुलिस के हवाले किया गया। परीक्षा समाप्त होने के बाद परीक्षार्थी को छोड़ा गया। सैनिटाइज व थर्मल स्क्रीनिग के बाद ही परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर प्रवेश दिया गया।
परीक्षा केंद्रों का जिलाधिकारी डॉ. आदर्श सिंह, एसपी अरविद चतुर्वदी, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश कुमार वर्मा, लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रोफेसर निशि पांडेय ने औचक निरीक्षण किया। पहली पाली की परीक्षा सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे के मध्य व दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक संचालित हुई। नोडल अधिकारी/अपर जिलाधिकारी संदीप गुप्ता ने बताया कि शहर के राजकीय इंटर कॉलेज अलावा राजकीय बालिका इंटर कॉलेज शहर, अजीमुद्दीन अशरफ इस्लामियां इंटर कॉलेज व जवाहरलाल नेहरू स्मारक महाविद्यालय (जनेस्मा) में दो परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा हुई।
शहर के राजकीय इंटर कॉलेज के परीक्षाकेंद्र पर एक परीक्षार्थी भ्रमित होकर सुबह की पाली में परीक्षा देने के लिए बैठ गया। उस छात्र का परीक्षा केंद्र राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में था। संयोग यह रहा जिस सीट पर वह छात्र बैठा उस सीट का छात्र अनुपस्थित था। करीब 40 मिनट पर जब कक्ष निरीक्षक ने सावधानी के साथ अनुक्रमांक का मिलान किया तो मामले का पता चला। जनेस्मा के प्राचार्य डॉ. रामशंकर यादव ने बताया कि अनुक्रमांक की आखिरी की तीन डिजिट मिल रही थी। इसलिए छात्र भ्रमित हो गया था। बाद में उसकी परीक्षा निरस्त कर दी गई। दूसरी जगह भेजा नहीं गया। क्योंकि 30 मिनट से अधिक समय हो गए थे। परीक्षा की शुचिता न भंग हो इसलिए परीक्षार्थी को कैंपस में ही पुलिस के सिपुर्द कर बैठा दिया गया। जब परीक्षा समाप्त हुई तो उसे जाने दिया गया।