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    मनरेगा के बाद अब पूर्ति विभाग बनवाएगा अन्नपूर्णा स्टोर, सभी के लिए चिह्नित की गई जमीन

    Updated: Sun, 07 Dec 2025 02:23 PM (IST)

    बाराबंकी में मनरेगा के बाद अब पूर्ति विभाग अन्नपूर्णा स्टोर खुलवाएगा। इसके लिए भूमि चिन्हित कर ली गई है। इन स्टोर्स का उद्देश्य जरूरतमंदों को उचित मूल ...और पढ़ें

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    मनरेगा के बाद अब पूर्ति विभाग बनवाएगा अन्नपूर्णा स्टोर।

    संवाद सूत्र, बाराबंकी। उचित दर विक्रेताओं को अस्थाई दुकान (अन्नपूर्णा स्टोर) बनाने के लिए विभाग को बजट आवंटित कर दिया है। 50 पूर्ति विभाग से स्टोर निर्मित कराए जाएंगे। मेरा गांव मेरा मनरेगा के तहत हर विकास खंड के पांच ग्राम पंचायतों में अन्नपूर्णा स्टोर का निर्माण हो रहा है। निर्मित स्टोरों को कोटेदारों को आवंटित कर दिया जाता है। एक स्टोर की लागत लगभग साढ़े आठ लाख 46 हजार रुपये हैं।

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    वर्ष 2023 में 75 स्टोर बने थे। 2024 में 42 पूर्ण हो चुके हैं। 2025 में मनरेगा से 75 स्टोरों के निर्माण होना था, लेकिन बजट न आने से यह निर्माण नहीं हो पाया। अब पूर्ति विभाग से भी 50 अन्नपूर्णा स्टोर बनाए जाएंगे। सभी की जमीन चिह्नित कर ली गई है।

    जिला पूर्ति अधिकारी डॉ. राकेश कुमार तिवारी ने बताया कि अब मनरेगा के साथ ही पूर्ति विभाग की ओर से भी अन्नपूर्णा बनाकर दिए जाएंगे। उचित दर विक्रेताओं का खर्च कम करने के लिए उनके दुकान किराए के बोझ को कम किया जा रहा है। इसके लिए हर कोटेदार को एक-एक दुकान बनाकर दी जा रही हैं। यह दुकान सरकारी गल्ले के लिए ही आवंटित होंगी। कोटेदार बदले जाने पर अब दुकानें नहीं बदली जाएंगी।

    139 दुकानें जहां पर नहीं पहुंच पाते वाहन

    डोर स्टेप डिलीवर के तहत प्रत्येक कोटेदारों के दरवाजे तक राशन पहुंचाना है। कुछ दुकानों तक वाहन नहीं पहुंच पाते हैं, जिसमें कुछ दुकानों की दूरी 200 है, कई उचित विक्रेताओं की दूरी लगभग 500 है। दुकानें चिह्नित हैं, जिसमें जिले की लगभग 139 दुकानें जहां पर वाहन नहीं पहुंच पाते हैं, वहां छोटे वाहन लगाए जाएं या फिर अन्नपूर्णा स्टोर निर्मित कराए जाएं।

    यह विकल्प के तौर पर सबसे ठीक माना जा रहा है। हर विकास खंड के पांच ग्राम पंचायतों में अन्नपूर्णा स्टोर का निर्माण होगा। स्टोरों के निर्माण को मंजूरी मिल गई हैं। बजट भी मिल गया है।