अच्छे पौधे रोपे तो जरूर मगर बचा नहीं सके
ड्डद्यद्वश्रह्यह्ल ह्यड्डश्चद्यद्बठ्ठद्द स्त्रह्मद्बद्गस्त्र स्त्रह्मद्बद्गस्त्र द्घश्रह्म ड्ड द्यड्डष्द्म श्रद्घ ष्ड्डह्मद्ग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व नवीनमंडी में बीते साल रोपे गए अधिकांश पौध सूख गए।
बाराबंकी: जीवन के सफर में पौधे हमसफर हैं, पर शायद अपने हमसफर को लेकर हम संजीदा नहीं। तभी तो अच्छे पौधे रोपे जाने के बावजूद पनप नहीं पाते और उनके उपयोगी होने के बावजूद आमजन लाभ नहीं उठा पाता है। बुधवार को जागरण टीम ने हैदरगढ़ ब्लॉक क्षेत्र में रोपे गए पौधों की हकीकत जानने की कोशिश की। इस दौरान ज्यादातर स्थानों पर पौधों का नाम निशान ही गायब मिला। जिन स्थानों पर पौधे दिखे भी वे रोपे गए पौधों के आंकड़ों के सापेक्ष काफी कम है। ऐसे में पौधारोपण के नाम पर औपचारिकता निभाए जाने के आरोपों को बल मिलता है। प्रस्तुत है पोखरा से के के मिश्रा की रिपोर्ट..
²श्य एक: हैदरगढ़ क्षेत्र के कनवा पूर्व माध्यमिक व प्राथमिक विद्यालय में जमीन खाली पड़ी हुई है। यहां पर एक भी पौधा नहीं दिखाई दिया। प्रधानाध्यापिका सतरूपा देवी का कहना है कि आम, जामुन, महुआ, सहजन, अगस्त, पीपल, बरगद प्रजातियों के पौधे रोपित किए गए थे। विद्यालय में बाउंड्रीवाल न होने से बेसहारा पशु पौधों को नष्ट कर दिया है। प्राथमिक विद्यालय कनवा के शिक्षा मित्र राघवेंद्र सिंह का कहना है कि पांच जून को 10 पौधे आम, जामुन, पीपल, बरगद, आंवला के रोपित किए गए थे, जो अराजक तत्वों ने पौधों को नष्ट कर दिए हैं।
²श्य दो: पूर्व माध्यमिक विद्यालय हैदरगढ़ परिसर में पुराने पेड़ आधा दर्जन लगे हुए हैं। फिलहाल यहां बीते साल के छह पौधे ही परिसर में बचे हैं। शेष परिसर खाली है। सहायक अध्यापक विवेक कुमार गुप्ता ने बताया कि गत वर्ष 25 पौधे आम, अमरूद, जामुन रोपित किए गए थे, अराजक तत्वों ने नष्ट कर दिए हैं।
²श्य तीन: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैदरगढ़ में पिछले वर्ष जो पौधे लगाए गए थे। उसमें करीब दो दर्जन पौधे जीवित हैं। बाकी सब नष्ट हो गए हैं। यहां लगभग सौ से अधिक पौधे लगाए गए थे। यहां भी आम, जामुन और पीपल के पौधेरोपित किए गए थे।
²श्य चार : नवीन उप मंडी स्थल हैदरगढ़ में पूरा परिसर पड़ा हुआ है। इसमें पौधे नहीं रोपे गए हैं। यहां पर मंडी सचिव संजीव रंजन के आवास के बगल परिसर में अर्जुन, अमरूद, आंवला, अगस्त, अर्जुन, नींबू, आम, फरेंदा, सागौन सैकड़ों पौधे बेकार में पड़े है। इन पौधों में से आधे से ज्यादा पौधे नष्ट हो गए हैं। यह पौधे रोपे ही नहीं गए हैं। मंडी रक्षक हैदरगढ़ मोहम्मद साहिल खान ने बताया कि मंडी सचिव संजीव रंजन साहब बाहर हैं, परिसर में बड़े पौधे लगाने के लिए आए थे, कितु अभी नहीं लगे हैं।
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'पौधा उपलब्ध कराना हमारा दायित्व है। उनकी देखभाल करना पौधे ले जाने वाले संबंधित विभाग का है।'
दिलीप सिंह नरवाल़, वन क्षेत्राधिकारी हैदरगढ़।