किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली को लेकर प्रशासन रहा सतर्क
किसान संगठनों के पदाधिकारियों पर निगरानी सड़कों पर ड्रोन कैमरों से भी हुई चेकिग
बाराबंकी : भारतीय किसान यूनियन की कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ ट्रैक्टर रैली निकालकर लखनऊ में राजभवन का घेराव की चेतावनी के चलते शनिवार को प्रशासन सतर्क रहा। भाकियू पदाधिकारियों के घरों से लेकर सड़क तक निगरानी की गई। लखनऊ-अयोध्या मार्ग पर ड्रोन कैमरों से भी चेकिग की गई।
नगर में पटेल तिराहे पर ड्रोन कैमरों से पुलिस ने चेकिग की। फतेहाबाद में चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की प्रतिमा स्थल पर पीएसी लगा दी गई। क्योंकि आशंका यह थी कि वहां एकत्र होने के बाद कार्यकर्ता लखनऊ कूच करेंगे। फिर भी कई कार्यकर्ता पहुंचे और प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। जिला संरक्षक उत्तम वर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष रामकिशोर पटेल, मीडिया प्रभारी सतीश कुमार तहसील अध्यक्ष राम सेवक रावत, विक्रांत सैनी, सनत वर्मा, कमालुद्दीन, अमरेश वर्मा सहित अन्य पदाधिकारियों को नजर बंद कर दिया गया।
पुलिस को दिया चकमा : हैदरगढ़ तहसील अध्यक्ष कुंवर बहादुर सिंह, ब्लॉक अध्यक्ष महादेव यादव, नगर अध्यक्ष आदिल खान, जगदंबा यादव पुलिस को चकमा देकर लखनऊ कूच कर गए। कुर्सी-लखनऊ मार्ग पर भी अनवारी, आउटर रिग रोड, बेहटा व सैयहारा में पुलिस ने बैरीकेटिग लगा रखी थी। सीओ फतेहपुर योगेंद्र सिंह ने जायजा लिया। भाकियू नेता नसीर लाला नजरबंद रहे। रामनगर में भाकियू नेता इरफान अली व मोहम्मद रियाज ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सीओ दिनेश चंद्र दुबे को सौंपा।
सिरौलीगौसपुर के बदोसराय में भाकियू मंडल उपाध्यक्ष निसार मेहंदी के घर पर पुलिस का पहरा रहा।
उधर 26 जनवरी को किसानों व सपा के प्रस्तावित आंदोलन के ²ष्टिगत एसपी यमुना प्रसाद ने बताया कि सभी से संवाद स्थापित किया जा रहा है ताकि धारा 144 व कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन न हो। शांति व्यवस्था बनी रहे।