Action on PFI in Barabanki: 12 साल पहले दर्ज देशद्रोह मामले के आरोपियों को एसटीएफ ने उठाया, पीएफआई से जुड़े थे
पकड़े गए दोनों आरोपित सफदरगंज थाना के ग्राम रामपुर कटरा के रहने वाले हैं। इनमें हाजी जमीर अहमद पुत्र गुलाम और मो. जुबेर पुत्र मौलाना उजेर शामिल है। रात करीब ढाई बजे शुरू हुए आपरेशन में एसटीएफ ने दोनों को सुबह करीब चार बजे हिरासत में लिया था।
बाराबंकी, जागरण संवाददाता। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मंगलवार भोर सफदरगंज थाना क्षेत्र से पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) से जुड़े दो लोगों को उठाया है। दोनों आराेपित 12 साल पहले लिखे गए देशद्रोह के मुकदमे में नामजद आरोपित हैं और दोनों के खिलाफ न्यायालय में पुलिस ने आरोप पत्र दाखिल कर रखा है। पूछताछ में कोई ठोस साक्ष्य न मिलने के कारण देर रात एसटीएफ ने दोनों को छोड़ दिया।
कुर्सी थाना के ग्राम बहरौली मजरे गौरपुर में इसी गांव के मो. नदीम अंसारी और बहराइच के जरवल रोड थाना के मुहल्ला कटरा निवासी मो. कमरुद्दीन उर्फ बब्लू की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ ने फिर दो लोगों को बाराबंकी से हिरासत में लिया है।
पूछताछ के बाद लखनऊ लौटी टीम
पकड़े गए दोनों आरोपित सफदरगंज थाना के ग्राम रामपुर कटरा के रहने वाले हैं। इनमें हाजी जमीर अहमद पुत्र गुलाम और मो. जुबेर पुत्र मौलाना उजेर शामिल है। रात करीब ढाई बजे शुरू हुए आपरेशन में एसटीएफ ने दोनों को सुबह करीब चार बजे हिरासत में लिया और पूछताछ के बाद लखनऊ चली गई।
देशद्रोह मुकदमे के नामजद आरोपित
14 अगस्त 2010 की रात सफदरगंज थाना के ग्राम रामपुर कटरा में पीएफआइ के पोस्टर चस्पा कर सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई थी। इसमें तत्कालीन एसओ ने देशद्रोह का मुकदमा लिखाया था। इसमें गांव के ही प्रधान मो. इलियास पुत्र निजाम, हाजी अफजाल पुत्र अजीज अहमद, हाजी खलील पुत्र नजर अली, नसरूद्दीन पुत्र हाजी अब्दुल रउफ, हाजी जमीर, मुंशी मुख्तार पुत्र फैजुल्ला, सिराज पुत्र अजीज अहमद, मो. वैस उर्फ पुत्तू पुत्र सईद अहमद, मौलाना उजेर और मो. असफाक पुत्र अब्दुल रऊफ को नामजद किया गया था। इन सभी के खिलाफ पुलिस ने न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया था।
इसलिए उठाया गया था
पुलिस नियमित रूप से इन सभी दस आरोपितों की निगरानी करती आ रही है। दस में से केवल दो को ही एसटीएफ ने हिरासत में लिया। बताया जाता है कि एसटीएफ ने शक के आधार पर इन्हें उठाया था। देर रात पुलिस ने दोनों को परिवार के सुपुर्द कर दिया।