75 फीसद सदस्य होंगे निर्विरोध, बहुत सी सीटों पर नहीं भरा जाएगा पत्र
पहले ही दिन जो नामांकन हुए थे उसमें ज्यादातर नामांकन निर्विरोध हो जाएंगे। निर्वाचन अधिकारियों का मानना है कि 75 फीसद नामांकन पत्र आए हैं। उसमें दूसरे ने दावेदारी नहीं की है। यह माना जा रहा है कि अधिकांश पद निर्विरोध हो जाएंगे।
बाराबंकी : पहले ही दिन जो नामांकन हुए थे, उसमें ज्यादातर नामांकन निर्विरोध हो जाएंगे। निर्वाचन अधिकारियों का मानना है कि 75 फीसद नामांकन पत्र आए हैं। उसमें दूसरे ने दावेदारी नहीं की है। यह माना जा रहा है कि अधिकांश पद निर्विरोध हो जाएंगे।
जिले में ग्राम सदस्य के 14473 पद हैं। अब तक 11128 नामांकन पत्रों की बिक्री हो चुकी है। करीब चार हजार से अधिक पदों पर पर्चा नहीं खरीदा गया है। पहले दिन जो नामांकन हुए थे उनकी संख्या 5070 है। इसमें 75 फीसद नामांकन पत्र सिगल है, 25 फीसद पर ही दो प्रत्याशी हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि गुरुवार को तीन से चार हजार और नामांकन होंगे। शेष पदों पर पर्चा भी दाखिल नहीं होंगे। इनसेट : सरकार के 'गठन' में बाधक बन सकती है सदस्यों की कम संख्या
पंचायतों को लोकतंत्र की प्रथम सीढ़ी और पंचायत सदस्यों को लोकतंत्र की बुनियाद माना जाता है। चुनाव बाद गांव की सरकार के गठन के लिए पंचायत में दो तिहाई सदस्यों का निर्वाचन आवश्यक है। सदस्यों का कोरम पूरा न होने पर समितियों के गठन से लेकर पहली खुली बैठक तक का सरकारी शेड्यूल प्रभावित होता है। खुली बैठकों की तिथि से ही पंचायत का कार्यकाल प्रभावी होता है। ग्राम सभा में बहुमत न होने पर सदस्यों के दोबारा चुनाव तक नव निर्वाचित प्रधान अधिकार विहीन ही रहेंगे। पिछले चुनाव में कई पंचायतों में यह समस्या उत्पन्न हुई थी।
इस बार भी सदस्य पद पर लोगों के कम रुझान से इस समस्या के बढ़ने के संकेत दिख रहे हैं। सदस्य पद पर लोगों की बेरुखी से एक बार फिर ग्राम सभाओं के समय पर गठन पर प्रश्न चिन्ह खड़े होने लगे हैं।