500 विद्यालयों में हैं सिर्फ एक-एक शिक्षक
बाराबंकी : जिले में 500 परिषदीय विद्यालय एकल व्यवस्था के तहत चल रहे हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभा
बाराबंकी : जिले में 500 परिषदीय विद्यालय एकल व्यवस्था के तहत चल रहे हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित है। ज्यादातर एकल विद्यालय आए दिन बंद रहते हैं। बीते दो दिनों में विद्यालयों के हुए निरीक्षण में स्कूल बंद होने की पुष्टि हुई है।
846 पूर्व माध्यमिक और 2171 प्राथमिक विद्यालय है। जिले में कुल 3017 परिषदीय विद्यालय हैं। जहां शिक्षामित्र सहित नौ 986 शिक्षक कार्यरत हैं। यदि मानक को पूरा किया जाता तो प्रति विद्यालय में तीन-तीन शिक्षक तैनात हो जाते लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लगभग 500 विद्यालयों में एक-एक शिक्षक ही तैनात हैं। जबकि 300 से अधिक विद्यालय ऐसे हैं, जोकि एक शिक्षामित्र के सहारे संचालित हो रहे हैं। 200 विद्यालय सहायक अध्यापक के सहारे हैं। विद्यालय में एक शिक्षक होने से स्कूल अक्सर बंद रहते हैं, क्योंकि शिक्षक को ऑफिशियल कार्य और बच्चों को सुविधाएं मुहैया कराने में ही समय बीत जाता है, जबकि केंद्रों से पुस्तक, जूते, मोजे आदि सामान को लाने के दौरान स्कूल बंद रहते हैं। शिक्षकों के सामने कोई इंमरजेंसी आ गई तो विद्यालय कुछ दिनों के लिए बंद हो जाते हैं। इस व्यवस्था से परिषदीय विद्यालयों के बच्चों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। विकास खंड सूरतगंज, पूरेडलई, फतेहपुर, मसौली, रामनगर, बनीकोडर, सिरौलीगौसपुर, हैदरगढ़, त्रिवेदीगंज व सिद्धौर मुख्य रूप से है।
यह हैं मानक : प्राथमिक विद्यालय में 30 बच्चों पर एक अध्यापक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय में 35 छात्र-छात्राओं पर एक अध्यापक की तैनाती का नियम है। जिले में 3017 विद्यालयों में लगभग तीन लाख 55 हजार बच्चे पंजीकृत हैं।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विनय कुमार ने बताया कि लगभग 500 विद्यालय एकल हैं, समायोजन के बाद काफी हद तक एकल स्कूल खत्म होंगे और विद्यालयों को शिक्षक मिल जाएंगे। समायोजन से 400 विद्यालय एकल नहीं रहेंगे।