गांव व वार्डो में रखे जाएंगे जलमित्र
जागरण संवाददाता बांदा सूखे बुंदेलखंड में पेयजल एक बड़ा संकट है इससे निपटने के लिए कई
जागरण संवाददाता, बांदा : सूखे बुंदेलखंड में पेयजल एक बड़ा संकट है इससे निपटने के लिए कई स्तर पर काम चल रहा है। भूजल बढ़ाओ-पेयजल बढ़ाओ अभियान के तहत हुई संगोष्ठी में गांव व वार्डो में अब जल मित्र रखे जाने का निर्णय लिया गया है।
मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई संगोष्ठी में डीएम हीरालाल ने बताया कि अभियान पिछले काफी दिनों से चल रहा है। जिले में अब तक हैंडपंप व कुओं के किनारे 2605 खंती (गड्ढे) खोदे गए हैं। आइपीएस अधिकारी जलगुरू महेंद्र मोदी ने कहा कि पर्यावरण व जल संरक्षण सभी का कर्तव्य है। पत्रकार भी अपना सक्रिय सहयोग दें। जल स्तर में सुधार के लिए जरूरी है कि निर्धारित डिजाइन के आधार पर हैंडपंप व कुओं के किनारे खंती बनाई जाए। वर्ष 2008 में स्वजल अभियान शुरू किया गया था। जिसके तहत कई जगह जल संरक्षण के प्रयोग किए गए और वह सफल रहे। सीडीओ हरिश्चंद्र वर्मा ने अधिकारी व कर्मचारियों को व्यक्तिगत रूप से कार्य करने की सलाह दी। डीआरडीए के परियोजना निदेशक आरपी मिश्रा, डीपीआरओ संजय यादव, वाटर एड इंडिया के डा.शिशिचंद्रा, अखिल भारतीय समाजसेवा के विजय सिंह ने अपने विचार रखे।