ग्रामीणों ने तहसीलदार के खिलाफ किया सत्याग्रह
संवाद सहयोगी नरैनी पल्हरी गांव के किसानों ने तहसीलदार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पद के
संवाद सहयोगी, नरैनी : पल्हरी गांव के किसानों ने तहसीलदार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पद के बल पर रिश्तेदार को सार्वजनिक भूमि कब्जा कराने का आरोप लगाया गया। नाराज किसानों ने खेतों के पास ही पालीथिन का तंबू बनाकर सत्याग्रह शुरू कर दिया। कहा कि नालियों तक पर कब्जा करा दिया गया है, जिससे उनके खेतों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। पहले भी शिकायत की गई, लेकिन पद के दबाव में आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पल्हरी गांव के किसानों ने नरैनी तहसीलदार सुशील सिंह के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं। किसानों ने बताया कि गाटा संख्या 108 नहर नाली में दर्ज है और इसी से खेतों की फसल के लिए पानी जाता है। तहसीलदार के रिश्तेदार ने दबंगई दिखाते हुए सरकारी नाली में जबरन कब्जा कर लिया। इस काम में तहसीलदार ने सहयोग किया। गाटा संख्या की राजस्व व पुलिस बल द्वारा पैमाइश भी करवाई गई. लेकिन प्रशासन भी कब्जा नहीं हटवा सका। आरोप लगाया कि पैमाइश रिपोर्ट को भी तहसीलदार द्वारा बदलवा दिया गया।
जिलाधिकारी तक को कर चुके हैं शिकायत
ग्रामीणों ने बताया कि अनशन शुरू करने से पहले जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर कार्यवाही की मांग कर चुके हैं। रजिस्टर्ड पत्र भेजकर आला अधिकारियों से भी न्याय की गुहार लगाई है। अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिसके बाद गांव में तंबूतान तहसीलदार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अनशन पर बैठ गए।
बोले तहसीलदार
तहसीलदार सुशील कुमार सिंह ने बताया कि मेरा दूर दूर तक कोई नाता रिश्ता नहीं है। वहां पर कोई रास्ता ही नहीं है और न ही अभिलेखों में दर्ज है। फर्जी आरोप लगाकर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है । लगाए गए आरोप निराधार हैं।