वैष्णव मां तो कहीं विराजेंगी कोलकाता की काली
बाजार में सजने लगीं दुकानें नवरात्र महोत्सव को लेकर व्यापारियों ने भी पूरी तैयारी कर ली है। बाजार में पूजन सामग्री से लेकर फल-फल तक पहले से मंगा लिया गया है। बाजार में नारियल चुनरी कलश आदि की सामग्री अभी से दुकानों में सजने लगी है। व्यवसायी प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि इस बार नवरात्र भक्तों को कुछ महंगी पड़ेगी। साबूदाना मूंगफली दाना चीनी सहित फलहार के अन्य समान में करीब 20 फीसद महंगाई है। बारिश की वजह से खरीददारी भी कम होने की उम्मदी है।
जागरण संवाददाता, बांदा : नवरात्र महोत्सव की तैयारियां अंतिम दौर में हैं। रविवार से देवी पंडालों में महोत्सव की धूम शुरू हो जाएगी। कहीं मां वैष्णव तो कहीं कोलकाता की काली की भव्य व आकर्षक मूर्तियों के दर्शन होंगे। कोलकाता से आए मूर्तिकार प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में लगे हैं। प्रतिमाओं की बुकिग भी लगभग हो चुकी है। महंगाई के बाद भी पंडाल पदाधिकारी महोत्सव को आकर्षक बनाने के लिए बड़ी व भव्य मूर्तियों को वरीयता दे रहे हैं। जिले में 300 स्थानों पर पंडाल में मां अंबे अपने विभिन्न स्वरूपों में विराजमान होंगी।
झमाझम बारिश के बीच इस बार दुर्गा भक्तों में शारदीय नवरात्र महोत्सव को लेकर विशेष उत्साह है। दुर्गा पूजा समितियां पंडालों को आकर्षक बनाने के लिए 15 दिन से तैयारियां में जुटी हैं। कहीं चंदा तो कहीं खुद के प्रयास से कोष बढ़ाया जा रहा है। केंद्रीय पूजा महोत्सव समिति ने सभी पंडाल संचालकों को बैठक करके जरूरी निर्देश दिए हैं। शासन से निर्धारित कानूनों से अवगत कराया है। शहर में करीब तीन सौ मूर्तियों की स्थापना करने की तैयारी है। यहां सबसे भव्य पंडाल महेश्वरी देवी बाल समाज की होती है। पिछले वर्ष इसी पंडाल को प्रथम स्थान मिला था। समिति अध्यक्ष रक्कू भाई बताते हैं कि इस बार महंगाई जरूर परेशान कर रही है, लेकिन उत्साह में कोई कमी नहीं है। वह तीस फीट ऊंची मूर्ति की स्थापना कराएंगे। साथ पंडाल में पर्यावरण को लेकर खास ध्यान दिया जाएगा। दर्शकों को प्रदूषण से संबंधित जागरूक किया जाएगा। वहीं रामलीला बाल समाज के शनि धुरिया की टीम में करीब 30 युवाओं की फौज है। सभी पूरे तन,मन, धन से पंडाल को आकर्षक बनाने में जुटे हैं। उन्होंने बताया कि इस पंडाल में मां वैष्णव देवी के स्वरूप की स्थापना की जाएगी। मां को प्राकृतिक रूप से सजाया जाएगा। वहीं राजपूत बाल समाज, बिजली खेड़ा अध्यक्ष संतोष राजपूत ने बताया कि उनके पंडाल में इस बार 25 फीट ऊंची प्रतिमा कोलकाता की काली मां के स्वरूप में होंगी। पंडाल को आकर्षक बनाने के लिए सभी युवा पूरे जोश के साथ लगे हैं।
--------------
मूर्तियां तैयार, खरीदारों का इंतजार
शहर में कोलकाता व मुंबई सहित दूरदराज से करीब 20 मूर्तिकार माह भर से मेहनत कर रहे हैं। डिग्री चौराहे में मूर्तियां तैयार कर रहे महेश पाल ने बताया कि इस बार मूर्तियों में दस फीसद महंगाई बढ़ी है। मूर्तियों को पूरी तरह ईको फ्रेंडली बनाया गया है। इनकी अंतिम तैयारियां की जा रही है। रंग भरे जा रहे हैं। अभी तक उनके यहां 36 मूर्तियों की बुकिग हो चुकी है। मूर्ति दस हजार से डेढ़ लाख रुपये तक की है। वहीं बाबूलाल चौराहे के निकट मूर्तियां बना रहे छोटेलाल बताते हैं कि उनके यहां करीब डेढ़ सौ मूर्तियां बनकर तैयार हो गई हैं। शनिवार से मूर्तियां उठने लगेंगी। महंगाई के चलते बचत अब पहले जैसे नहीं रही। लेकिन मां अंबे का काम है। कभी मुनाफा तो कभी घाटा चलता रहता है।
-------------
सफाई को लेकर नगर पालिका सुस्त
नवरात्र शुरू होने में महज 72 घंटे का समय बचा है। लेकिन जिलाधिकारी के निर्देश के बाद भी नगर पालिका सुस्त है। वार्डों में साफ-सफाई को लेकर कोई इंतजाम नहीं है। बारिश का बहाना कर कर्मचारी घरों में बैठे हैं। नालियां-सड़कें कचरे से पटी हैं। मंदिरों के आसपास अभी सफाई तक नहीं शुरू की गई है। नगर पालिका ईओ संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि नवरात्र महोत्सव में सफाई के लिए 30 टीमें गठित की गई हैं। अलग-अलग वार्डों में सफाई व्यवस्था करेंगे। इसकी वह खुद निगरानी करेंगे। बारिश की वजह से अभी कुछ दिक्कतें आ रही हैं।
--------------
बाजार में सजने लगीं दुकानें
नवरात्र महोत्सव को लेकर व्यापारियों ने भी पूरी तैयारी कर ली है। बाजार में पूजन सामग्री से लेकर फल-फल तक पहले से मंगा लिया गया है। बाजार में नारियल, चुनरी, कलश आदि की सामग्री अभी से दुकानों में सजने लगी है। व्यवसायी प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि इस बार नवरात्र भक्तों को कुछ महंगी पड़ेगी। साबूदाना, मूंगफली दाना, चीनी सहित फलहार के अन्य समान में करीब 20 फीसद महंगाई है। बारिश की वजह से खरीदारी भी कम होने की उम्मीद है।