शव दफनाने को लेकर आमने सामने आए दो वर्ग, भारी फोर्स पहुंचा
जागरण संवाददाता बांदा शहर कोतवाली क्षेत्र की मर्दन नाका चौकी के टेलीफोन टावर के पास
जागरण संवाददाता, बांदा : शहर कोतवाली क्षेत्र की मर्दन नाका चौकी के टेलीफोन टावर के पास खाली पड़ी जमीन पर शव दफनाने को लेकर दो समुदाय के लोग आमने सामने आ गए। एक पक्ष द्वारा धार्मिक स्थल व नजूल की जमीन व दूसरे पक्ष के लोग पहले भी शव दफनाने का हवाला देने लगे। भारी मजमा और तनाव की जानकारी मिलते ही एडीएम संतोष बहादुर सिंह व एएसपी महेंद्र प्रताप चौहान पहुंच गए। कई थानों का फोर्स बुला लिया गया। रात में ही पालिका से रजिस्टर मंगवा कर जमीन के बाबत जांच पड़ताल की गई। मंगलवार की देर रात एडीएम ने दूसरे पक्ष को समझा कर शव को पास के कब्रिस्तान में दफन करवाया और मामले की जांच के आदेश दिए।
मर्दन नाका मोहल्ले में रहने वाले 77 वर्षीय नवाब अली की बीमारी से मौत हो गई थी। शव दफनाने के लिए लोग चौकी के पास ही स्थित खाली जमीन पर लेकर पहुंचे। इसी बीच बजरंग दल के एक कार्यकर्ता ने विरोध करते हुए जमीन धार्मिक स्थल की होने की बात कही। विवाद बढ़ने पर दोनों पक्ष के लोग जुट गए। प्रभारी कोतवाल उमेश कुमार ने बताया कि नवाब अली नामक बुजुर्ग की मौत हुई थी परिवार के लोग बुजुर्गों को पहले से दफनाने का हवाला देते हुए शव वहीं दफन करने की बात कह रहे थे। बाद में शव को पास के कब्रिस्तान में दफनाने के लिए राजी कर लिया गया। तनाव को देखते हुए फोर्स तैनात किया गया था। बुधवार को राजस्व विभाग की टीम पहुंची और दूसरे पक्ष से जमीन संबंधी कागजात दिखाने को कहा है। जांच की जा रही है।