बेरोजगारी से तंग राजमिस्त्री ने लगाई फांसी, मौत
अतर्रा/बिसंडा 25 मई 2020 बिसंडा थानाक्षेत्र के ओरन ग्रामीण निवासी 35वर्षीय राजमिस्त्री ने आर्थिक तंगी के कारण में तालाब किनारे अर्जुन के पेड़ में साफी के फंदे को गले मे डाल आत्महत्या की। ओरन ग्रामीण के अंश डंगलहा पुरवा निवासी 35 वर्षीय सितार पुत्र रामदीन ने गांव स्थित तालाब किनारे लगे अर्जुन के पेड़ की डाल में गमछे का फंदा गले मे डाल आत्महत्या कर लिया।जब शाम को मजरे के बच्चे तालाब किनारे पहुंचे तो उन्होंने पेड़ में शव लटकता देख परिजनों सहित ग्रामीणों को सूचना दी।मृतक राजमिस्त्री आर्थिक तंगी से परेशान रहता था।मृतक की पत्नी की बीते चार वर्ष बीमारी से मृत्यु हो गई थी।मृतक की तीन पुत्रियां क्रमश प्रीतिभोलिया कम्मो व एक पुत्र मेवालाल है।मृतक तीन भाइयों में दूसरे नम्बर का भूमिहीन था।
अतर्रा/बिसंडा : बिसंडा थाना क्षेत्र के ओरन ग्रामीण निवासी 35 वर्षीय राजमिस्त्री ने सोमवार को दोपहर तालाब किनारे पेड़ से फांसी लगाकर जान दे दी। स्वजनों का कहना है कि आर्थिक तंगी के कारण उसने आत्महत्या की है। उसकी मौत के बाद उसके चार बच्चे अनाथ हो गए। पत्नी की दो वर्ष पूर्व मौत हो चुकी है।
ओरन ग्रामीण के अंश डंगलहा पुरवा निवासी 35 वर्षीय सितार का शव सोमवार को दोपहर गांव के बाहर तालाब किनारे अर्जुन के पेड़ से लटका मिला। खेत जा रहे किसानों व बच्चों की नजर पड़ी तो गुहार लगाई और स्वजनों को घटना की जानकारी दी। अर्जुन के पेड़ की डाल में गमछे का फंदा गले मे डालकर राजमिस्त्री ने जान दे दी। स्वजनों का कहना है कि मृतक राजमिस्त्री आर्थिक तंगी से परेशान रहता था। मृतक की पत्नी की बीते चार वर्ष पूर्व बीमारी से मृत्यु हो गई थी। मृतक की तीन पुत्रियां क्रमश: प्रीति, भोलिया, कम्मो व एक पुत्र मेवालाल है। मृतक तीन भाइयों में दूसरे नंबर का भूमिहीन था। पिता की सूचना पर चौकी प्रभारी सुल्तान सिंह मौके पर पहुंचे और शव को नीचे उतराकर पंचनामा भरा। पिता रामदीन ने बताया लगभग सितार राजमिस्त्री का काम करता था। 2 महीने से लाकडाउन के चलते कुछ भी काम नहीं मिला और कुछ पुराना कर्जा भी था। लोग इस पर उसे परेशान कर रहे थे। बच्चों तथा घर का खर्चा न उठा पाने कारण ज्यादा तनाव में रहने लगा था। यही तनाव उसकी मौत का कारण बन गया।