मंत्री का दिया समय खत्म, अब किसानों के दिन बाकी
जागरण संवाददाता, बांदा: आखिर वही हुआ जिसे लेकर पूरे किसान और आम लोग आशंकित थे। किसानों का आंदोलन खत्
जागरण संवाददाता, बांदा: आखिर वही हुआ जिसे लेकर पूरे किसान और आम लोग आशंकित थे। किसानों का आंदोलन खत्म कराते समय प्रभारी मंत्री व दोनों विधायकों द्वारा दिया गया आश्वासन हवा-हवाई साबित हुआ। उनके द्वारा मांगी गई 15 दिन की मोहलत खत्म हो गई। यह बात दीगर है कि किसानों द्वारा अपनी तरफ से दिए गए और पांच दिन अभी बाकी हैं।
मालूम हो कि बुंदेलखंड किसान यूनियन द्वारा बुंदेलखंड में लघु व सीमांत का दायरा ढाई गुना बढ़ाने को आंदोलन कर धरना दिया जा रहा था। किसान नेताओं की मांग है कि जब यहां के किसान की उपज ढाई गुना कम है तो लाभ बराबर क्यों। उनका कहना है कि लाभ ढाई गुना अधिक दिया जाए। इसके लिए लघु व सीमांत का दायरा बढ़ाया जाए।
बुंदेलखंड के सभी जनप्रतिनिधि भी इस मांग को सरकार के सामने रख चुके हैं। जब कुछ नहीं हुआ तो किसानों ने आंदोलन छेड़ दिया था। आंदोलन के 48 वें दिन प्रभारी मंत्री धर्मपाल ¨सह ¨तदवारी विधायक ब्रजेश प्रजापति और बबेरू विधायक चन्द्रपाल कुशवाहा के साथ 23 अप्रैल को किसानों के धरना स्थल पर पहुंचे थे। वहां पर सभी ने मुख्यमंत्री से मिलकर मांग पूरी कराने का आश्वासन भी दिया था। इसके लिए 15 दिन का समय मांगते हुए धरना समाप्त करने के लिए किसानों की मान-मनौव्वल भी की थी। काफी जद्दोजहद के बाद आखिर किसान नेता मान गए थे। वहीं मंत्री को 5 दिन और अपनी तरफ से दे दिए थे। साथ ही कहा था कि यदि समय पर कुछ निर्णय नहीं हुआ तो दोनों विधायकों की जवाबदेही होगी। हालांकि उस दौरान ज्यादातर लोग इसे केवल धरना खत्म कराने भर के लिए दिया गया झूठा आश्वासन मान रहे थे। फिलहाल यही दिखाई भी देने लगा है। नियत समय में कोई पहल न होने से अब किसान नेताओं का पारा चढ़ता दिखाई दे रहा है।
-प्रभारी मंत्री और विधायकों का दिया गया आश्वासन झूठा साबित होता दिखाई दे रहा है। जो 5 दिन और दिए गए थे अब वही बाकी बचे हैं। यदि इन दिनों में भी कुछ नहीं होता तो इन सभी का किसान बहिष्कार करेंगे। वहीं आंदोलन को और मजबूती से शुरू करेंगे। - विमल शर्मा, राष्ट्रीय अध्यक्ष बुंदेलखंड किसान यूनियन