दम तोड़ने वाले आइटीआइ छात्र की दो नवंबर से थी परीक्षा
जागरण संवाददाता बांदा मिट्टी का टीला ढहने से जिस कोटेदार के पुत्र की मौत हुई थी। पिता
जागरण संवाददाता, बांदा : मिट्टी का टीला ढहने से जिस कोटेदार के पुत्र की मौत हुई थी। पिता ने बताया कि उसकी 2 नवंबर से आइटीआइ की परीक्षा शुरू होनी थी। शाम को उसे लौटकर वापस जसपुरा तैयारी करने जाना था।
फतेहगंज थाना क्षेत्र के खेरिया गांव कुम्हरानपुरवा निवासी कोटेदार बाबू प्रसाद के पुत्र संदीप गुप्ता कंडौली नदी किनारे अपने खेत में मिट्टी लेने गया था। वहां खोदाई करते समय मिट्टी का टीला ढहने से दबकर उसकी मौत हो गई थी। घटना से स्वजन बेहाल हैं। शनिवार को पोस्टमार्टम हाउस में बिलखते कोटेदार पिता ने बताया कि वह जसपुरा कॉलेज से आइटीआइ प्रथम सेमेस्टर का छात्र था। कोरोना की वजह से इधर पढ़ाई ठीक से नहीं हो रही थी। इससे वह 7 अक्टूबर को घर चला आया था। यहां आने के बाद वह राशन की दुकान में उनकी मदद करता रहा है। बेटे ने बताया था कि 2 नवंबर से उसकी परीक्षा शुरू होने वाली है। इससे कोचिग से तैयारी करने के लिए उसे शुक्रवार शाम को वापस जाना है। इसके पहले वह घर की पुताई के लिए मिट्टी लेने खेत चला गया था। जहां नियति के चलते मामूली ऊंचाई का टीला ढहने से हादसा हो गया है।
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कपड़े खरीदने व खर्च के लिए मांगे थे रुपये
- पिता ने बताया कि बेटे संदीप ने उनसे कपड़े खरीदने व अन्य खर्च के लिए दो हजार रुपये मांगे थे। इसमें उन्होंने शाम को उसे रुपये देने के लिए कहा था। उन्हें नहीं पता था कि इसके पहले यह देखना पड़ेगा। उन्हें अधिकारियों की ओर से किसी तरह की आर्थिक मदद का आश्वासन नहीं मिला है।