शिक्षक रमेश ¨सह को मिला राज्य पुरस्कार का गौरव
जागरण संवाददाता, बांदा : दस्यु प्रभावित क्षेत्र बदौसा संकुल के पूर्व माध्यमिक विद्यालय दुबरिया के शि
जागरण संवाददाता, बांदा : दस्यु प्रभावित क्षेत्र बदौसा संकुल के पूर्व माध्यमिक विद्यालय दुबरिया के शिक्षक रमेश ¨सह ने योग के जरिए बच्चों को सेहतमंद रहने की संजीवनी दी। उनके इस प्रयास से खुश होकर प्रदेश सरकार ने उन्हें शिक्षक दिवस पर राज्य पुरस्कार से सम्मानित करने का निर्णय लिया है। शिक्षक रमेश शिक्षा को ईश्वरीय कार्य मानते हैं। इसकी का उन्हें परिणाम मिला।
नरैनी क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय दुबरिया ऐसी निर्जन व पिछड़े क्षेत्र में है, जहां शिक्षा की लौ आज भी मंद है। लेकिन यहां के सहायक अध्यापक रमेश ¨सह राजपूत ने इस लौ को तेज करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। साथ ही बच्चों की सेहत को लेकर भी फिक्रमंद रहे। योग शिक्षा और योगाभ्यास के जरिए बच्चों में उन्होंने स्वस्थ रहने का मंत्र भरा। उन्होंने बताया कि योग विषय ऐसा है जिसकी बदौलत बच्चों को स्वस्थ रखने के साथ उनका दिमाग भी तेज किया जा सकता है। वह पढ़ाई में भी आगे रहेंगे। इसका प्रयोग उन्होंने अपने विद्यालय में किया। आज उसका प्रतिफल भी मिला। उन्हें राज्य पुरस्कार सम्मान पाने का मौका मिला। उन्होंने बच्चों के आध्यात्मिक, प्राणिक, शारीरिक, मानिसक बौद्धिक व चारित्रिक विकास के लिए कई प्रयास किए हैं। कहा कि शिक्षण कार्य तो ईश्वरी कार्य है। वह बच्चों को देवता व खुद को पुजारी मानते हैं। जिस तरह हनुमान को ईश्वर भक्ति कर अनुभूति हुई थी, ठीक उसी तरह वह भी बच्चों के लिए यह प्रयास कर महसूस कर रहे हैं। शिक्षक रमेश ¨सह राजपूत इसके पहले बरछाब के प्राथमिक स्कूल में रहे और कुछ दिनों तक बदौसा प्राइमरी में रहे। इन सभी स्थानों पर उन्होंने योग व शिक्षा की लौ जलाई।