रोका, स्वास्थ्य परीक्षण कराया फिर बांटा दुख-दर्द
कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए हर ओर अब एकजुटता दिखने लगी है। हर दर्द को साझा करने की सकारात्मक पहल भी साफ ढलक रही है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण बन रहे हैं जिले के पुलिस अधिकारी और कर्मी । कई थाना क्षेत्रों में तो पुलिस अधिकारियों ने थाने में ही भोजन आदि की व्यवस्था बनाकर गैर राज्यों और ज
जागरण टीम, बांदा : कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए हर ओर अब एकजुटता दिखने लगी है। हर दर्द को साझा करने की सकारात्मक पहल भी साफ झलक रही है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण बन रहे हैं जिले के पुलिस अधिकारी और कर्मी। कई थाना क्षेत्रों में तो पुलिस अधिकारियों ने थाने में भोजन आदि की व्यवस्था बनाकर गैर राज्यों और जनपदों से आने वाले लोगों की मदद की।
जिले में सबसे पहले पैलानी पुलिस ने अनोखी पहल शुरू की। दरअसल मध्य प्रदेश के झाबुआ से आए हिदू मुस्लिम मजदूरों को जौनपुर के मड़ियाहूं गांव जाना था। दो लोडर वाहन से रवाना हो रहे थे। पैलानी पुलिस ने इन्हें अपने थाना क्षेत्र में रोककर सबसे पहले स्वास्थ्य परीक्षण कराया। उसके बाद इनका सुख दुख जाना। इन मजदूरों की संख्या करीब 42 रही। प्रभारी निरीक्षक पैलानी बलजीत सिंह ने पुलिस बल के साथ चार दिन से भूखे पीड़ित मजदूरों को भोजन कराया।
इसी प्रकार जसपुरा थाना क्षेत्र में तैनात थाना प्रभारी आलोक सिंह ने भी भूखे असहाय लोगों की मदद की। जसपुरा क्षेत्र में प्रांतीय राजमार्ग में कई यात्री बाहर से पैदल निकल रहे थे। जो कि भूखे प्यासे बीच में फंसे हुए थे। उन सभी यात्रियों को थानाध्यक्ष आलोक सिंह द्वारा डॉक्टरी परीक्षण करवाया गया व सभी को कोरोना वायरस से बचाव हेतु शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए ठहरने की व्यवस्था की। सभी के लिए खाना एवं पानी उपलब्ध कराया गया।