ऐसे तो अधूरा ही रहेगा बस स्टैंड निर्माण
जागरण संवाददाता, बांदा : रोडवेज के कायाकल्प के लिए मंडल में चल रहा आधुनिक बस स्टैंडों का
जागरण संवाददाता, बांदा : रोडवेज के कायाकल्प के लिए मंडल में चल रहा आधुनिक बस स्टैंडों का निर्माण बहुत ही धीमी गति से हो रहा है। ऐसे में हाल-फिलहाल यात्रियों को समस्याओं से निजात मिलती नजर नहीं आ रहा। हालांकि निर्माण कंपनी दावा कर रही है कि समय से काम पूरा करने का प्रयास किया जाएगा ।
यात्रियों को सहूलियत देने के दावे के साथ बांदा और चित्रकूट बस स्टैंड के आधुनिकीकरण की तैयारी की गई थी। बाकायदा बजट जारी कर काम शुरू भी करा दिया गया था। बांदा बस स्टैंड काम पूरा होने की तिथि 31 दिसंबर तय की गई है और चित्रकूट में मार्च 19 तक काम पूरा करना है। 2015 में सिडको को इन दोनों स्टैंडों की जिम्मेदारी देकर 15 करोड़ रुपये बजट मुहैया कराया गया था। बांदा में 70 फीसद काम हो चुका है लेकिन चित्रकूट के बेड़ी पुलिया में बनाए जा रहे अंतर्राज्यीय बस स्टैंड के निर्माण का हाल ज्यादा खराब है। सात एकड़ में बनाए जा रहे इस बस स्टैंड में कार्यशाला के साथ ही एआरएम आफिस, एक वातानुकूलित प्रतीक्षालय रूम आदि का निर्माण होना है लेकिन काम अभी तक महज 50 फीसद ही हो पाया है। यह हाल तब है जब मार्च 2019 में काम को पूरा करना है, मगर रफ्तार देखकर ऐसा लग रहा है कि यात्रियों को फिलहाल इससे निजात नहीं मिलने वाली। बस स्टैंड में क्या-क्या रहेंगी सुविधाएं :
बांदा चित्रकूट
यात्री प्रतीक्षालय एआरएम आफिस
एआरएम आफिस प्रतीक्षालय साधारण
कैंटीन एसी प्रतीक्षालय
शौचालय कार्यशाला
बैंक के लिए भी जगह होगी कैंटीन, पेयजल की टंकी
एटीएम शौचालय
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अवमुक्त धनराशि (लागत) निर्माण की समय सीमा कितना हुआ काम
बांदा- 565 लाख 31 दिसंबर 2018 70 प्रतिशत
चित्रकूट- 947 लाख 31 मार्च 2019 50 प्रतिशत
--------------------------------- विभाग ने पूरी धनराशि अवमुक्त करा दी है। काम कराने की जिम्मेदारी सिडको की है। कंपनी के अधिकारी मजदूर न मिलने की समस्या बता रहे हैं। लॉन में मिट्टी भराई का काम भी कार्यदाई संस्था नहीं करा पा रही। निर्धारित समय में काम पूरा होना मुश्किल लग रहा है।
-क्षेत्रीय प्रबंधक चित्रकूट धाम मंडल
संजीव अग्रवाल
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- बांदा में विद्युत विभाग ने पोल हटाने में लंबा समय लगा दिया इसकी वजह से इमारत का एक हिस्सा नहीं बन पाया। चित्रकूट में बन रहे आईएसबीटी का बोर खराब होने से पानी की समस्या हो रही थी। नया बोर कराया गया है। नक्शे में बार-बार होने वाले बदलाव से भी निर्माण कार्य में विलंब हुआ है। समय से काम पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।
एबीएस गुप्ता, अधिशाषी अभियंता सिडको