मनरेगा से हुए कार्यो में धांधली, जांच के आदेश
बिसंडा ब्लाक के सिकलोढ़ी गांव में मनरेगा योजना से करीब साढ़े चार लाख की लागत से बनाए गए चकमार्ग में धांधली की शिकायत की गई है। डीएम के निर्देश पर उपायुक्त ने डीआरडीए के सहायक अभियंता को मामले की जांच सौंपी है। कराए गए कार्यों की जांच करते हुए 20 अक्टूबर तक आख्या मांगी है।
जागरण संवाददाता, बांदा : बिसंडा ब्लाक के सिकलोढ़ी गांव में मनरेगा योजना से करीब साढ़े चार लाख की लागत से बनाए गए चकमार्ग में धांधली की शिकायत की गई है। डीएम के निर्देश पर उपायुक्त ने डीआरडीए के सहायक अभियंता को मामले की जांच सौंपी है। कराए गए कार्यों की जांच करते हुए 20 अक्टूबर तक आख्या मांगी है।
बिसंडा ब्लाक के सिकलोढ़ी गांव निवासी क्षेत्र पंचायत सदस्य बाबूलाल ने आइजीआरएस के जरिए डीएम से मामले की शिकायत की थी। आरोप लगाया था कि गांव में मनरेगा योजना से आधे-अधूरे कार्य कराकर बड़े पैमाने पर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है। पीडब्लूडी रोड पुलिया स्थित बुद्धबिलास के चक से राजाराम यादव के खेत तक चकमार्ग बनवाया गया है। इसकी लागत करीब साढ़े चार लाख रुपये बताई गई है। चकमार्ग के कार्य में प्रधान ने बिना कार्य किए ही अपने सगे-संबंधियों के फर्जी मस्टर रोल बनाकर भुगतान करा लिया है। मनरेगा उपायुक्त राजेंद्र प्रसाद मिश्रा ने डीएम के निर्देश पर मामले की जांच ग्राम्य विकास अभिकरण के सहायक अभियंता को मामले की जांच सौंपी है। उन्होंने कहा है कि मौके की वीडियोग्राफी कराते हुए शिकायतकर्ता की मौजूदगी में जांच पूरी करें और 20 अक्टूबर तक आख्या दी जाए। ताकि जिलाधिकारी को समय से जांच रिपोर्ट दी जा सके। उपायुक्त ने बीडीओ बिसंडा को भी जांच अधिकारी को संबंधित अभिलेख तत्काल उपलब्ध कराने को कहा है।