अधिवक्ताओं के पक्ष में आए नोटरी व दस्तावेज लेखक
जागरण संवाददाता, बांदा : शहर कोतवाल के स्थानांतरण पर अड़े अधिवक्ताओं की हड़ताल 10वें
जागरण संवाददाता, बांदा :
शहर कोतवाल के स्थानांतरण पर अड़े अधिवक्ताओं की हड़ताल 10वें दिन भी जारी रही। गुरुवार को दस्तावेज लेखक, नोटरी, टाइपिस्ट और स्टांप वेंडर ने भी अधिवक्ताओं के पक्ष में हड़ताल करने की घोषणा कर दी। उधर अधिवक्ता संघ की बैठक में कोतवाल का स्थानांतरण न होने पर अनिश्चित कालीन हड़ताल करने का निर्णय लिया।
शहर कोतवाल आनंद कुमार ¨सह और अधिवक्ताओं के बीच शुरू हुआ विवाद सुलझने का नाम नहीं ले रहा। नए साल के पहले दिन से शुरू हुई अधिवक्ताओं की हड़ताल दसवें दिन भी जारी रही। कोतवाली प्रभारी के तबादले पर अड़े अधिवक्ता किसी भी सूरत में पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। बांदा बार में शुरू हुई अधिवक्ताओं की हड़ताल का समर्थन पड़ोसी जनपद के बार संघ पहले ही कर चुके हैं। अब उनके पक्ष में दस्तावेज लेखक, नोटरी, टाइपिस्टों और स्टांप वेंडर ने भी शुक्रवार से हड़ताल करने की घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा है कि जब तक शहर कोतवाल का स्थानांतरण नहीं होता, तब तक वह भी हड़ताल पर रहेंगे। उधर बार संघ की आपात बैठक संघ के अध्यक्ष अशोक त्रिपाठी जीतू की अध्यक्षता में आयोजित की गई। अधिवक्ता राधेश्याम गुप्ता व मनोज दीक्षित ने कुछ कहने का प्रयास किया। लेकिन बैठक में मौजूद अन्य अधिवक्ताओं ने उनका विरोध करते हुए अनिश्चित कालीन हड़ताल पर रहने की घोषणा कर दी। अध्यक्ष और महासचिव श्याम ¨सह ने भी इस पर मुहर लगा दी। बैठक में वरिष्ठ अधिवक्ता जागेश्वर यादव, इकबाल बहादुर ¨सह, प्रयागदत्त अवस्थी, रजनीश मोहन आदि मौजूद रहे। तारीख लेकर लौट रहे वादकारी
बांदा : नए साल के पहले दिन से ही खड़े हुए इस बखेड़े ने कचेहरी का जायका बिगाड़ दिया है। शहर कोतवाल और अधिवक्ताओं की इस लड़ाई का दंश वादकारियों को झेलना पड़ रहा है। लंबे समय से चल रही अधिवक्ताओं की हड़ताल के कारण अदालत के कार्य बाधित हो रहे हैं। प्रतिदिन बड़ी संख्या में दूर-दराज से आने वाले वादकारी तारीख लेकर लौट रहे हैं।