300 से अधिक चिकित्सक व कर्मचारी करेंगे पशुगणना
जागरण संवाददाता, बांदा : पहली बार बेजुबानों की संख्या का संकलन टेबलेट से किया जाना है। चि˜
जागरण संवाददाता, बांदा : पहली बार बेजुबानों की संख्या का संकलन टेबलेट से किया जाना है। चित्रकूटधाम मंडल स्तर पर 20वीं पशुगणना के लिए विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है। इसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए 305 विभागीय डाक्टर व कर्मचारी लगाए गए हैं। इनमें गणनाकार, सुपरवाइजर व स्कुटनी आफीसर शामिल हैं।
बुंदेलखंड कृषि आधारित इलाका है लिहाजा यहां बड़ी संख्या में पशुपालन का काम होता है। विभागीय आंकड़ों पर नजर डालें तो बुंदेलखंड के चित्रकूटधाम मंडल में लगभग 30 लाख पशु हैं। जिसमें अकेले 21 लाख से अधिक गोवंश व महिष वंश शामिल हैं। इनकी संख्या में कितना इजाफा हुआ या कमी आयी इस बात का पता लगाने के लिए शासन द्वारा 20वीं पशुगणना कराई जानी है। पिछले काफी दिनों से इसकी तैयारियां भी चल रही हैं। गणना का कार्य पूर्ण करने के लिए मंडल में 305 अधिकारी व कर्मचारी लगाए गए हैं। जिसमें 219 गणनाकार, 62 सुपरवाइजर व 24 स्कुटनी आफीसर शामिल हैं। पहली बार पशुगणना का कार्य टेबलेट से कराया जाएगा। विभाग स्तर से तैयारियां पूर्ण करने का दावा किया गया है। जल्द ही गणना में लगाए गए पशु चिकित्सक व कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। यहां शुरू से ही खेती के साथ पशुपालन अहम हिस्सा रहा है। जिसमें मुख्य रूप से गोवंश, महिष वंश, भेड़, बकरी, घोड़े जैसे जानवरों का प्रमुख रूप से पालन किया जाता है। - 20वीं पशुगणना की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। शासन के निर्देश पर पहली बार टेबलेट से पशुगणना की जाएगी। पशु चिकित्सकों व कर्मचारियों की डयूटी तैयार कर रिपोर्ट निदेशालय को भेज दी गई है अब हरी झंडी का इंतजार है। निर्देश मिलते ही कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। -डा.एके ¨सह, अपर निदेशक पशुपालन सारिणी
मंडल में प्रमुख पशुओं की संख्या
गोवंश -1290,381
महिष वंश - 842904
बकरी -690981
भेड़ -63471
शूकर -63987
घोड़े -2136
खच्चर -3746 डिब्बी
इनकी होगी गणना
गोवंश, महिष वंश, बकरी, भेड़, शूकर, खच्चर, श्वान, खरगोश, मुर्गी व बतख।