Move to Jagran APP

300 से अधिक चिकित्सक व कर्मचारी करेंगे पशुगणना

जागरण संवाददाता, बांदा : पहली बार बेजुबानों की संख्या का संकलन टेबलेट से किया जाना है। चि˜

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Aug 2018 10:23 PM (IST)Updated: Sun, 05 Aug 2018 10:23 PM (IST)
300 से अधिक चिकित्सक व कर्मचारी करेंगे पशुगणना
300 से अधिक चिकित्सक व कर्मचारी करेंगे पशुगणना

जागरण संवाददाता, बांदा : पहली बार बेजुबानों की संख्या का संकलन टेबलेट से किया जाना है। चित्रकूटधाम मंडल स्तर पर 20वीं पशुगणना के लिए विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है। इसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए 305 विभागीय डाक्टर व कर्मचारी लगाए गए हैं। इनमें गणनाकार, सुपरवाइजर व स्कुटनी आफीसर शामिल हैं।

loksabha election banner

बुंदेलखंड कृषि आधारित इलाका है लिहाजा यहां बड़ी संख्या में पशुपालन का काम होता है। विभागीय आंकड़ों पर नजर डालें तो बुंदेलखंड के चित्रकूटधाम मंडल में लगभग 30 लाख पशु हैं। जिसमें अकेले 21 लाख से अधिक गोवंश व महिष वंश शामिल हैं। इनकी संख्या में कितना इजाफा हुआ या कमी आयी इस बात का पता लगाने के लिए शासन द्वारा 20वीं पशुगणना कराई जानी है। पिछले काफी दिनों से इसकी तैयारियां भी चल रही हैं। गणना का कार्य पूर्ण करने के लिए मंडल में 305 अधिकारी व कर्मचारी लगाए गए हैं। जिसमें 219 गणनाकार, 62 सुपरवाइजर व 24 स्कुटनी आफीसर शामिल हैं। पहली बार पशुगणना का कार्य टेबलेट से कराया जाएगा। विभाग स्तर से तैयारियां पूर्ण करने का दावा किया गया है। जल्द ही गणना में लगाए गए पशु चिकित्सक व कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। यहां शुरू से ही खेती के साथ पशुपालन अहम हिस्सा रहा है। जिसमें मुख्य रूप से गोवंश, महिष वंश, भेड़, बकरी, घोड़े जैसे जानवरों का प्रमुख रूप से पालन किया जाता है। - 20वीं पशुगणना की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। शासन के निर्देश पर पहली बार टेबलेट से पशुगणना की जाएगी। पशु चिकित्सकों व कर्मचारियों की डयूटी तैयार कर रिपोर्ट निदेशालय को भेज दी गई है अब हरी झंडी का इंतजार है। निर्देश मिलते ही कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। -डा.एके ¨सह, अपर निदेशक पशुपालन सारिणी

मंडल में प्रमुख पशुओं की संख्या

गोवंश -1290,381

महिष वंश - 842904

बकरी -690981

भेड़ -63471

शूकर -63987

घोड़े -2136

खच्चर -3746 डिब्बी

इनकी होगी गणना

गोवंश, महिष वंश, बकरी, भेड़, शूकर, खच्चर, श्वान, खरगोश, मुर्गी व बतख।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.