चिल्ला में बंदरों का आंतक, काटने से कई जख्मी
संवाद सहयोगी, पैलानी : चिल्ला कस्बे में बीते चार माह से बंदरों का आतंक है। अब तक सैकड़ों ब
संवाद सहयोगी, पैलानी : चिल्ला कस्बे में बीते चार माह से बंदरों का आतंक है। अब तक सैकड़ों बच्चों व बड़ों को बंदरों ने काटकर जख्मी किया है। घायलों को अस्पताल में इंजेक्शन भी बड़ी मुश्किल से मिल रहे हैं। वन विभाग ने का¨लजर से उन्हें पकड़वाने के लिए टीम बुलवाई है।
कस्बे में तकरीबन चार माह से 12-13 बंदर बस स्टैंड, थाना व अन्य मोहल्लों में डेरा डाले हैं। सुबह से लेकर शाम तक उनका आतंक रहता है। रास्ते से निकल रहे बच्चों को ही ज्यादातर वह निशाना बनाकर उनके चेहरे, पैर, हाथों को काटकर जख्मी कर रहे हैं । कस्बे के पवन, राधिका, शिवा, शिवम, सौरभ, रजिवान, दीपक, अंजली, गौरव, राधा, जीशान, अंकुश, अविकास, रोहन आदि सैकड़ों छोटे-बड़े लोगों को बंदर काट चुके हैं। इससे नौनिहालों का सुकून छिनने के साथ वह घरों में बनी अपनी छतों में खेलने तक नहीं जा पा रहे । बच्चों को स्कूल जाने तक में भय लग रहा है ।घायल हुए लोग ¨तदवारी व जिला अस्पताल में इंजेक्शन लगवाने के लिए भटक रहे हैं। वहां इंजेक्शनों की कमी बताई जा रही है। कस्बे के राजू, कल्लू, संतोष कुमार ने जिलाधिकारी हीरालाल से बंदरों के आतंक से बचाने की गुहार लगाई है। वन दरोगा ओम अवस्थी ने बताया कि का¨लजर से बंदरो को पकड़ने वाली टीम बुलायी है। जल्द ही जाल व अन्य उपकरणों के सहारे बंदरों को पकड़ा जाएगा।