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एमबीबीएस पास 86 नए चिकित्सक भी उपचार में बटाएंगे हाथ

जागरण संवाददाता बांदा कोविड एल थ्री राजकीय मेडिकल कॉलेज में अब चिकित्सीय स्टाफ की कमी

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 May 2021 04:49 PM (IST)Updated: Fri, 07 May 2021 04:49 PM (IST)
एमबीबीएस पास 86 नए चिकित्सक भी उपचार में बटाएंगे हाथ
एमबीबीएस पास 86 नए चिकित्सक भी उपचार में बटाएंगे हाथ

जागरण संवाददाता, बांदा : कोविड एल थ्री राजकीय मेडिकल कॉलेज में अब चिकित्सीय स्टाफ की कमी नहीं खलेगी। शासन के निर्देश पर एमबीबीएस पास करके निकले 86 नए चिकित्सकों को कॉलेज में तैनाती दी गई है। सभी नए चिकित्सक सीनियर रेजीडेंट व जेआर के मार्गदर्शन में कोरोना मरीजों का उपचार करने में हाथ बटाएंगे। इससे अब मरीजों की देखभाल में कोई कमी नहीं रहेगी।

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राजकीय मेडिकल कॉलेज में बांदा, हमीरपुर, चित्रकूट व महोबा सभी जगह के गंभीर संक्रमित मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। वर्तमान समय में करीब 180 मरीजों का उपचार हो रहा है। लेकिन अभी तक मरीजों के हिसाब से चिकित्सकों की कमी थी। शासन ने अस्पतालों की इस स्थिति को समझते हुए सभी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस पास आउट नए चिकित्सकों को अपने ही कॉलेज में तैनाती देने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए शासन की ओर से इन नए चिकित्सकों को मानदेय भी उपलब्ध कराया जा रहा है। बांदा मेडिकल कॉलेज में 20 सीनियर रेजिडेंट, 60 जूनियर रेजिडेंट व 45 फैकल्टी चिकित्सकों की उपलब्धता थी। यहां के एमबीबीएस वर्ष 2016 बैच के फाइनल ईयर पांचवें वर्ष 100 छात्रों ने प्रवेश लिया था। लेकिन परीक्षा में कुल 92 छात्र शामिल हुए थे। पिछले वर्ष निकले रिजल्ट में कुल 86 छात्रों ने पास आउट किया है। इन सभी पास आउट नए चिकित्सकों को डिग्री देने के बाद इसी मेडिकल कॉलेज में तैनाती दी गई है। जिसमें 28-28 नए चिकित्सकों के तीन बैच बनाए गए हैं। जो कि अलग-अलग तीन शिफ्टों में चौबीस घंटे सीनियर चिकित्सकों के साथ मिलकर कोरोना मरीजों के उपचार में मदद करेंगे।

नए चिकित्सकों को इस तरह मिलेगा मानदेय

शासन की गाइडलाइन के हिसाब से कोविड चिकित्सालयों में आवश्यकता अनुसार एमबीबीएस इंटर्न को दैनिक मानदेय के रूप में 500 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से देना निर्धारित किया गया है। इसी मानदेय के हिसाब से इनकी तैनाती की गई है।

नए चिकित्सकों के मिलने से अब स्टाफ की कमी नहीं रहेगी। मरीजों के उपचार व देखभाल में इनसे अब काफी मदद मिलेगी। चिकित्सकों पर ड्यूटी का ज्यादा लोड भी नहीं रहेगा।

- डॉ. मुकेश यादव, प्राचार्य, राजकीय मेडिकल कॉलेज

एक नजर में चिकित्सकों की स्थिति

सीनियर फैकल्टी चिकित्सक : 45

सीनियर रेजिडेंट चिकित्सक : 20

जूनियर रेजिडेंट चिकित्सक : 60

एमबीबीएस पास मिले चिकित्सक : 86

प्रति शिफ्ट लगे चिकित्सक : 28 से 30


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