दशकों से बुझे चूल्हों को मिली उम्मीद की लौ
जागरण संवाददाता बांदा लोकसभा चुनाव में चित्रकूटधाम मंडल के करीब 800 जवानों को उम्मीद की
जागरण संवाददाता, बांदा : लोकसभा चुनाव में चित्रकूटधाम मंडल के करीब 800 जवानों को उम्मीद की रोशनी मिली है। मंडल भर के करीब दो हजार प्रांतीय रक्षक दल जवानों में अधिकांश ड्यूटी को लेकर सालों से मोहताज हैं। ड्यूटी के बजट के नाम पर विभाग को कुछ भी नहीं मिलता। लोकसभा चुनाव में शांति व सुरक्षा के लिए 800 जवानों की मांग की है। ड्यूटी का संदेशा पहुंचने पर सालों से धूल खा रही वर्दी फिर चमचमाने लगी है।
चित्रकूटधाम मंडल में पीआरडी जवानों की स्थिति सबसे बदतर है। एक तो उनका मानदेय होमगार्ड जवानों से काफी कम है तो दूसरा ड्यूटी के नाम पर वह छले जा रहे हैं। वर्ष 1959 से जवान अपनी प्रगति और नौकरी पक्की होने की उम्मीद में जी रहे हैं। लेकिन इनकी उम्मीदें आज तक पूरी नहीं हो सकीं। बांदा में एक हजार, हमीरपुर में 660, महोबा में 590 और चित्रकूट में 700 प्रशिक्षित महिला व पुरुष पीआरडी जवान हैं। इनमें से बांदा में 125, हमीरपुर में 124, महोबा में 110 और चित्रकूट में 94 जवानों की ड्यूटी लगी है। इन्हीं में हर तीन माह में अदला-बदली होती रहती है। 700 करीब ऐसे जवान हैं जो बुजुर्ग हो चले हैं, पर ड्यूटी को तरस रहे हैं। उनका इसी साल से रिटायरमेंट शुरू हो जाएगा। ये जवान नौकरी में होते हुए भी बुढ़ापे का सहारा नहीं बना सके। अब लोकसभा चुनाव इन जवानों के चेहरों पर रौनक लेकर आया है।चारों जिलों में 800 ऐसे जवानों के घर बुझे चूल्हों की लौ जलेगी, जो दशकों से नउम्मीद हैं। इन जवानों को ड्यूटी मिलने पर महज 250 रुपये रोजाना भत्ता दिया जा रहा है। जबकि यह मनरेगा दिहाड़ी से भी कम है।
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पीआरडी जवानों की स्थिति
जिला पीआरडी जवान ड्यूटी मिली
बांदा 1000 200
हमीरपुर 660 125
चित्रकूट 700 124
महोबा 590 94
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कुल योग 2950 543
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-शासन से लोकसभा चुनाव में पीआरडी जवानों की ड्यूटी के लिए बजट की डिमांड भेजी गई है। कई जवानों को अरसे बाद ड्यूटी मिलने से वह बेहद खुश हैं।-अजय कुमार त्रिवेदी, उप निदेशक, चित्रकूटधाम मंडल
-पीआरडी जवानों का भत्ता व ड्यूटी बढ़ाने के लिए लगातार शासन स्तर पर लिखा-पढ़ी की जा रही है। कई बार आंदोलन भी किए गए, पर इसका कोई अब तक फायदा नहीं मिला। जवानों की स्थिति बदतर है।-प्रेमी सिंह खेंगर, अध्यक्ष, पीआरडी संघ