बस चलाने में माहिर था एक डकैत
जागरण संवाददाता, बांदा : रेलवे स्टेशन चौराहे से चंद कदम पर स्थित दि पंजाब आर्मरी में जिस प्रक
जागरण संवाददाता, बांदा : रेलवे स्टेशन चौराहे से चंद कदम पर स्थित दि पंजाब आर्मरी में जिस प्रकार रात करीब 12 बजे डकैती पड़ी तो उससे जाहिर है कि डकैतों ने पूरी प्ला¨नग के तहत घटना को अंजाम दिया। आधा दर्जन में डकैतों में एक चालक भी था। क्योंकि जिस प्रकार बाकायदा मर्दननाका मोहल्ले से बस को चोरी करने के बाद दुकान से सटाकर लगाई थी, वह नौसिखिए या फिर कभी कभार बस चलाने वाले का काम नहीं हो सकता है।
मर्दननाका मोहल्ला निवासी सरफराज कई बसें चलाते हैं। जुगनू बस सर्विस के नाम से ज्यादातर बसें बांदा से मध्यप्रदेश के लिए चलती हैं। इन्हीं की मर्दननाका पानी की टंकी के पास एक बस एमपी 19 पी 1023 खड़ी थी। बस मालिक के मुताबिक वह अक्सर बसों में चाबी लगी छोड़ देते हैं। अंदाजा लगाया जा रहा है कि रात करीब 11 बजे बस चोरी हो गई। डकैत चालक ने बड़ी ही होशियारी के साथ करीब डेढ़ किलोमीटर बस लाकर असलहे की दुकान के ठीक सामने सटाकर खड़ी कर दी। सीसीटीवी फुटेज में दिखाया गया है कि चालक ने एक या दो बार बस को आगे पीछे किया है। बस इस ढंग से खड़ी की गई थी कि दुकान का अधिकांश हिस्सा ढक गया था। सड़क से निकलने वाले लोगों को दुकान खुली या बंद होने की जानकारी जल्द नहीं हो सकती थी। यही नहीं बस का दरवाजा सीधे दुकान की शटर के सामने खुलता था। यदि गौर से बस के खड़े करने की स्थिति देखी जाए तो खंभे से बिल्कुल सटाया हुआ था। यदि एक कदम भी बस और आगे खड़ी होती तो गाड़ी का जाल खंभे से टकरा जाता। सुबह होने के बाद अफसर और तमाशबीनों की जुबान में इसी बात का जिक्र था कि निश्चित ही इस पूरी डकैती में किसी चालक का हाथ है।
इनसेट.
असलहों की भी थी पूरी जानकारी
डकैतों को असलहों की भी पूरी जानकारी थी। कौन सा असलहा महंगा या नया पुराना है, इसकी समझदारी थी। यही वजह रही कि दुकान से ज्यादातर छोटे असलहे, नई या उच्चकोटि की राइफलें गायब हुई हैं। बंदूकों पर ज्यादा डकैतों का ध्यान नहीं गया है। हालांकि पुलिस फौरी तौर पर 18 से 20 असलहों के गायब होने की बात कह रही है लेकिन इससे ज्यादा और लाखों रुपए कीमत के असलहे लूटे गए हैं। जिनकी स्थिति स्टाक रजिस्टर से मिलान के बाद स्पष्ट हो सकेगी।