गोसंरक्षण में लापरवाह सचिव व प्रधानों की तैयारी होगी सूची
किसानों द्वारा आए दिन अन्ना जानवरों से होने वाले नुकासन की शिकायतों पर अब डीएम हीरा लाल गंभीर हैं। उन्होंने कैंप कार्यालय में सभी खंड विकास अधिकारियों के साथ बैठक की। गोसंरक्षण में लापरवाही बरतने वाले सचिव व प्रधानों की सूची बनाने के निर्देश दिए। कहा कि जो भी प्रधान विकास कार्यों में अमसर्थता जाहिर करे उनके अधिकार सीज किए जाने की कार्रवाई जाएगी।
जागरण संवाददाता, बांदा : अन्ना जानवरों से किसानों की फसल को होने वाले नुकसान को लेकर डीएम सख्त दिखे। कैंप कार्यालय में उन्होंने सभी खंड विकास अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान गोसंरक्षण में लापरवाही बरतने वाले सचिव व प्रधानों की सूची बनाने के निर्देश दिए। कहा कि जो भी प्रधान विकास कार्यों में अमसर्थता जाहिर करे, उनके अधिकार सीज किए जाने की कार्रवाई जाएगी।
डीएम हीरा लाल ने बैठक में कहा कि तमाम स्थाई गोशालाओं के अलावा गांव-गांव अस्थाई गोशाला बनाई गई हैं। लेकिन प्रधान व सचिवों की लापरवाही से अन्ना जानवरों में कमी नहीं आ रही है। उन्होंने सभी बीडीओ को निर्देशित करते हुए कहा कि अन्ना पशुओं को संरक्षित करने या विकास कार्यों को करने में सहयोग न करने पर जनपद के सभी सचिव व ग्राम प्रधानों के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रस्ताव उपलब्ध कराएं। उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी कहा कि जो भी प्रधान कार्य करने में असमर्थता जताता हो और मानक के अनरूप गांव का विकास न करें उन सभी के अधिकार उच्चाधिकारी से अनुमति लेकर सीज कर दिए जाएं। इसके बाद जिला प्रशासन को रिपोर्ट दी जाए। सभी पशु चिकित्साधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण करें। जनता से संपर्क बढ़ाएं। 24 गांवों में वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने की कार्रवाई कराएं। गांव स्तर पर एक मॉडल तीन दिनों के अंदर बनवाएं। जिससे किसानों को गोबर का सही लाभ प्राप्त हो सके और गाय को कैसे उपयोगी बनाया जाए।