खाद्य तेलों के बढ़े दाम, मिलावटखोर हुए सक्रिय
डाउन के बाद बढ़े सब्जी व दालों के भावों में भले ही आगे राहत मिलने की उम्मीद हो पर सरसो तेल के दाम कम नहीं हो रहे हैं। बाजार में शुद्ध सरसो तेल थोक में 125 रुपये प्रति किलो है वहीं फुटकर में यह 130 से 135 रुपये किलो तक बिक रहा है। तेल के भाव बढ़ने पर मुनाफे के लिए मिलावटखोर भी सक्रिय्
जागरण संवाददाता, बांदा : लॉकडाउन के बाद बढ़े सब्जी व दालों के भावों में भले ही आगे राहत मिलने की उम्मीद हो, पर सरसों तेल के दाम कम नहीं हो रहे हैं। बाजार में सरसों तेल थोक में 125 रुपये प्रति किलो है, वहीं फुटकर में यह 130 से 135 रुपये किलो तक बिक रहा है। तेल के भाव बढ़ने पर मुनाफे के लिए मिलावटखोर भी सक्रिय हो गए हैं।
जिलेवासियों को सब्जी व दाल में तड़का लगाना भी महंगा पड़ रहा है। बाजार में सरसों का तेल फुटकर में 125 से 135 रुपये में बिक रहा है। मुख्य बाजार सहित मोहल्लों की दुकानों व स्पेलर में यह तेल बेचा जा रहा है। अधिकांश दुकानों में ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए दुकानदार सरसों तेल में पॉम ऑयल मिलाकर बेच रहे हैं। यह सेहत के लिए बेहद खतरनाक है। लेकिन खाद्य सुरक्षा विभाग की लापरवाही से व्यापारी मिलावटी तेल बेचकर जमकर मुनाफा कमा रहे हैं। जनपदवासियों को आलू व प्याज में आगे कुछ राहत मिलती दिख रही है, पर व्यापारियों की मानें तो अभी सरसों तेल के भावों में कोई कमी आने के आसार नहीं हैं। सरसो के दाम 5500 रुपये प्रति क्विंटल के ऊपर चल रहे हैं। नई सरसों आने के बाद ही तेल के दामों में कमी हो सकती है। व्यवसायी ध्रुव गुप्ता कहते हैं कि इस वर्ष कर्नाटक व अन्य बेल्ट में भी सरसों की उपज कम होने से बाजार में माल की कमी है। ऐसे में त्योहारी सीजन में तेल की डिमांड भी ज्यादा है। शहर के अलीगंज, अतर्रा चुंगी, कालूकुआं में खुलेआम सरसों तेल में पॉम आयल मिलाकर थोक व फुटकर का कारोबार किया जा रहा है। खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों को यह नहीं दिख रहा है।
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क्या कहते हैं अधिकारी
-सरसों तेल में मिलावट को लेकर टीम लगातार छापेमारी कर रही है। इस माह सरसों तेल के 10 सैंपल लिए गए हैं। जांच में मिलावट मिली तो दुकानदारों पर सख्त कार्रवाई होगी।
-अनिल कुमार कटियार, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी, बांदा