फिर सामने आई स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही, जांच के बाद मरीज को भेजा घर
पॉजिटिव रिपोर्ट आने के पहले ही छोड़ दिया था युवकों को
संवाद सहयोगी, अतर्रा : कोरोना मरीजों के मामले में एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आई। जहां कोरोना की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद भी दो लोगों को कोविड-19 अस्पताल के क्वारंटाइन सेंटर से घर भेज दिया गया। मामले की जानकारी जब अधिकारियों को हुई तो आनन फानन में फिर से दोनों को घर से लाया गया। ऐसे में अतर्रा क्षेत्र में अब कोरोना संक्रमण का खतरा और बढ़ गया। स्वास्थ्य विभाग की इस लापरवाही की रिपोर्ट तहसीलदार नरैनी ने उच्चाधिकारियों को दी है।
अतर्रा में पॉजिटिव निकले दोनों युवक 31 मई को अपने स्वजनों के साथ दिल्ली से बांदा आए थे। यहां से उन्हें कोविड-19 अस्पताल नरैनी भेजा गया जहां सभी को क्वारंटाइन किया गया। इतना ही नहीं सभी के सैंपल लेकर जांच को भी भेजे गए। तीन जून को 45 लोगों की रिपोर्ट आई जिसमें 43 की निगेटिव होने के साथ ही दो लोग पॉजिटिव निकले। बावजूद इसके क्वारंटाइन सेंटर से सभी को घर भेज दिया गया। देर शाम जब अधिकारियों ने पॉजिटिव मरीजों की खोजबीन शुरू की तो हलचल मच गई। आनन फानन में दोनों मरीजों के घर टीम को भेजकर उन्हें अस्पताल लाया गया। तहसीलदार नरैनी सुशील सिंह ने स्वास्थ्य विभाग की उक्त लापरवाही की रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को दी है। एसडीएम नरैनी वंदिता वंदिता श्रीवास्तव ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। इस पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी।
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टेपों में बैठकर गए अपने घर
संक्रमितों की माने तो क्वारंटाइन सेंटर से अवकाश मिलने के बाद दोनों टेंपों से अपने घर गए। इस दौरान वह टेंपों की और सवारियों के संपर्क में भी आए। इतना ही नहीं घर पर भी कई लोग इनके संपर्क में आए।
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विभाग बरता सजगता तो सील न होते दो मोहल्ले
अगर विभाग कोरोना संक्रमितों के मामले में सजगता बरतता अतर्रा के दो मोहल्ले सील होने से बच सकते थे। क्योंकि दोनों संक्रमित अपने घर पहुंचे ही नहीं थे। लेकिन दोनों के घर जाने से अब उन्हें सील किया गया है।