सौभाग्य से नहीं बदल सका गरीबों का भाग्य
संवादसूत्र अतर्रा। केंद्र सरकार ने पिछले वित्तीय वर्ष में गरीबों के घरों को रोशन करने के
संवादसूत्र अतर्रा। केंद्र सरकार ने पिछले वित्तीय वर्ष में गरीबों के घरों को रोशन करने के लिए सौभाग्य योजना शुरू की थी। इसके तहत गरीबों को मुफ्त में कनेक्शन दिए जाने हैं। बिजली से नामित फर्म ने लक्ष्य पूरा करने के लिए लोगों के घरों में मीटर तो लगा दिए, बिजली कनेक्शन छह माह बाद भी नहीं मिला। ग्रामीण अधिकारियों व ठेकेदार की तलाश में भटक रहे हैं।
बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से तहसील क्षेत्र में केंद्र सरकार की सौभाग्य योजना अपने उद्देश्यों से भटक गई है। इसकी बानगी क्षेत्र के हस्तम गांव में देखी जा सकती है। यहां 125 गरीब परिवारों ने अंधेरे से निजात पाने को सौभाग्य योजना के तहत विद्युत उपकेंद्र खुरहंड में छह माह पहले आवेदन किया था। आवेदन करने के बाद 18 जून 2018 को सभी घरों के बाहर फर्म ने मीटर लगा दिए। लेकिन उन विद्युत मीटरों में पोल से कनेक्शन आज तक नही किया गया है। गांव के ब्रजगोपाल चतुर्वेदी, चुन्नू ¨सह, कामता रैकवार, धीरेंद्र ¨सह, पप्पू यादव आदि ने बताया कि तहसील दिवस सहित विद्युत विभाग के उच्चाधिकारियों से कनेक्शन ना होने का दुखड़ा रो चुके हैं। फिर भी कोई सुनने वाला नहीं है। इतना ही नहीं गांव में देखने को तो छह विद्युत ट्रांसफार्मर रखे हुए हैं, लेकिन उनमें आपूर्ति केवल एक से ही होती है। बाकी सभी खराब लगे हुए है। कई बार उपकेंद्र सहित उपखंड क्षेत्र अतर्रा में भी शिकायत की है। लेकिन किसी ने नहीं सुनी।
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योजना संचालित : जनवरी 2018 से
किए गए आवेदन : 3200
लगाए गए मीटर : 2800
कनेक्शन होने हैं : 1890
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बोले अधिकारी
इस योजना में कनेक्शन व मीटर लगाने के लिए एक फर्म को ठेका दिया गया है। मीटर लगने के बावजूद आपूर्ति बहाल क्यों नहीं हो पाई इसके लिए जिला स्तरीय अधिकारी ज्यादा बेहतर बता सकते हैं। उच्चाधिकारियों से बात कर सौभाग्य योजनाए के कनेक्शन धारकों के यहां बिजली पहुंचाई जाएगी। राजेश कुमार, अवर अभियंता