पांच किलोमीटर के दायरे में होगा बालिकाओं का सेंटर
जागरण संवाददाता, बांदा : यूपी बोर्ड परीक्षा 2019 में केंद्र निर्धारण नीति जारी कर दी गई है।
जागरण संवाददाता, बांदा : यूपी बोर्ड परीक्षा 2019 में केंद्र निर्धारण नीति जारी कर दी गई है। जिसमें बालिकाओं का केंद्र पांच किलोमीटर से दूर नहीं होगा। दिव्यांगों के लिए स्वकेंद्र व्यवस्था की नीति बनाई गई है। बोर्ड परीक्षा सेंटर की नई नीति शिक्षा विभाग के लिए चुनौतीपूर्ण होगी।
नई परीक्षा नीति के तहत शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की बालिका परीक्षार्थियों को जहां स्वकेंद्र की व्यवस्था नहीं दी जा सकती उन छात्राओं को अधिकतम पांच किलोमीटर की परिधि में परीक्षा केंद्र का निर्धारण किया जाएगा। यह सुविधा संस्थागत व को-एड में पढ़ने वाली बालिकाओं को भी दी जाएगी। यह आदेश शिक्षा विभाग के लिए चुनौतीपूर्ण होगा। वर्ष 2018 की बात करें तो बोर्ड परीक्षा के लिए जिले में कुल 60 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इससे बालिकाओं का सेंटर 20 से 25 किलोमीटर दूर डाला गया था। जिले में यूपी बोर्ड के विद्यालयों की संख्या 155 हैं। विद्यालयों की इतनी संख्या के बावजूद सेंटर कम बनाए जाते हैं। जिसकी वजह से निर्धारित मानक के अनुसार सेंटर डालना मुश्किल होता है। नई नीति में यह भी तय किया गया है कि एक विद्यालय की बालिकाओं को अलग-अलग केंद्रों पर नहीं भेजा जाएगा। जिन राजकीय विद्यालयों को व्यक्तिगत बालिका परीक्षार्थियों का अग्रसारण केंद्र बनाया गया है, यदि वह विद्यालय परीक्षा केंद्र बनाया जाता है तो व्यक्तिगत बालिका परीक्षार्थियों को स्वकेंद्र की सुविधा दी जाएगी।
दिव्यांग छात्र-छात्राओं को भी परीक्षा में जिला विद्यालय निरीक्षक की अनुमति से स्वकेंद्र की सुविधा दी जाएगी। यदि विद्यालय स्वकेंद्र नहीं है तो सबसे पास के परीक्षा केंद्र पर उन्हें परीक्षा देने की व्यवस्था की जाएगी। नई नीति का पालन किया जाएगा। छात्राओं को स्वकेंद्र या पांच किलोमीटर पर परीक्षा देने की व्यवस्था की जाएगी। दिव्यांगों को परीक्षा देने में असुविधा न हो इसका भी ध्यान रखा जाएगा।
जिला विद्यालय निरीक्षक
हिफजुर्रहमान