एक करोड़ खर्च के बाद भी बालिका छात्रावास चालू नहीं
संवाद सहयोगी, बबेरू : बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने करोड़ों रुपये खर्च कर
संवाद सहयोगी, बबेरू : बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने करोड़ों रुपये खर्च कर बेहतर शिक्षा के साथ ही उनके रहने के लिए छात्रावास की भी व्यवस्था की। नए भवन में शिक्षण कार्य तो चालू हुआ लेकिन छात्रावास में सुविधाएं न होने से वह वीरान हो गया। आलम यह है कि छात्रावास चालू होने से पहले यहां के खिड़कियां व दरवाजे क्षतिग्रस्त होने लगे।
कस्बे के औगासी रोड स्थित बिसंडाखेर के पास राजकीय बालिका इंटर कालेज के साथ-साथ बालिकाओं के लिए 1 करोड़ 70 लाख की लागत से करीब 100 बच्चियों के लिए सभी सुविधाओं से लैस छात्रावास भी बनाकर तैयार कर दिया गया। छात्राओं को खुशी हुई कि अब जल्द ही छात्रावास में रह कर वह पढ़ाई करेंगी लेकिन यह खुशी थमती नजर आ रही है। यह छात्रावास सपा शासनकाल में बनकर तैयार हो गया। इंचार्ज प्रधानाचार्य तारा शर्मा ने बताया कि छात्रावास को अगस्त माह में हैंडओवर कर लिया गया हैं। लेकिन छात्रावास में न तो कोई चौकीदार की तैनाती है न ही वार्डन की। अभी तक कोई नियुक्त भी नहीं की गयी है। ग्रामीण क्षेत्र की बच्चियां शिक्षा से वंचित हो रही हैं। क्योंकि साधन न होने के चलते बच्चियां पढ़ने नही आ पा रही हैं। शिक्षा से वंचित हो रही हैं। साथ ही इस भवन की देखरेख न होने से खिड़कियां व दरवाजे भी क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। वही छात्रावास में बाउंड्रीवाल न होने से असुरक्षित है। लगभग 1 करोड़ खर्च होने के बाद यदि शिक्षा विभाग ने ध्यान नहीं दिया तो छात्रावास शुरू होने के पहले ही दमतोड़ देगा। जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि जिलाधिकारी के माध्यम से परियोजना निदेशक को पत्र भेज कर मार्गदर्शन मांगा गया है। बताया कि एक चौकीदार के सहारे छात्रावास की देखभाल नहीं हो सकती इसके अलावा भी कई समस्यायें है निस्तारण होने पर ही चालू किया जायेगा।