बांदा में गरीबों के सौभाग्य पर फर्म ने लगाया ग्रहण
जागरण संवाददाता, बांदा : गरीबों को मुफ्त बिजली देने के उद्देश्य से शुरू हुई सौभाग्य योजना पर निजी फ
जागरण संवाददाता, बांदा : गरीबों को मुफ्त बिजली देने के उद्देश्य से शुरू हुई सौभाग्य योजना पर निजी फर्म का ग्रहण लग गया है। कनेक्शन और बिल बांटने वाली टाटा प्रोजेक्ट कंपनी ने कई गांवों में बिना कनेक्शन के ही बिल भेज दिए तो कहीं 20 मीटर से अधिक केबिल लगाने पर ग्रामीणों से वसूली की। छवि खराब होते देख महकमे ने कंपनी के मैनेजर को नोटिस भेजकर तीन दिनों में जवाब मांगा है।
बिजली चोरी रोकने और सभी गरीबों के घर रोशन करने के उद्देश्य से पिछले साल सौभाग्य योजना शुरू हुई थी। इसके तहत गरीबों को मुफ्त और मध्यम वर्गीय परिवार को 50 रुपये मासिक किश्त पर 500 रुपये में कनेक्शन दिए जा रहे हैं। विद्युतीकरण और कनेक्शन देने का जिम्मा मेसर्स टाटा प्रोजेक्ट कंपनी का है। कंपनी की ओर से अब तक 19833 कनेक्शन दिए जा चुके हैं।
जिसका निरीक्षण हाल ही में पावर कारपोरेशन विद्युत वितरण खंड ग्रामीण के अधिशासी अभियंता अजय कुमार सविता ने किया था। उन्होंने बताया कि अतरहट समेत कई गांवों में केबिल पोल से जोड़े बिना ही घरों में बिल भेज दिए गए। साथ ही बीपीएल किट का बोर्ड (बल्ब व होल्डर) घर के बाहर ही लगा दिए गए। इसके अलावा 20 मीटर से अधिक केबल देने पर पुनाहुर गांव में धन उगाही की बात पता चली है। विभाग की छवि खराब होने पर कंपनी के मैनेजर को नोटिस भेज तीन दिनों में जवाब मांगा गया है।
338 मजरों को नहीं मिला सौभाग्य
जिले में कुल 656 राजस्व गांव हैं। 2606 मजरों में से अभी 338 में बिजली लाइन नहीं पहुंची है। विभाग चोरी रोकने के लिए जिले के 839 मजरों में एरियर बंच केबिल डलवा रहा है। अभी तक 19,883 उपभोक्ताओं को इस योजना से कनेक्शन दिए जा चुके हैं।
एक नजर में सौभाग्य योजना
शुरू - 2017
लक्ष्य - 89865
अब तक कनेक्शन - 82530
कुल प्रगति का फीसद - 92
कनेक्शन को प्रस्तावित गांव - 639