अवैध खनन के खिलाफ किसानों ने किया जल सत्याग्रह
बुंदेलखंड किसान यूनियन के बैनर तले किसानों ने पथरा गांव की बागै नदी खदान में जल सत्याग्रह किया। पट्टा धारक पर नदी की जल धारा रोककर अवैध खनन करने व पुलिस प्रशासन पर कई बार की शिकायतों के बाद भी कोई रुचि न लेने का आरोप लगाया। किसानों ने कहा कि पट्टा धारक के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो।
संवाद सहयोगी, नरैनी (बांदा) : बुंदेलखंड किसान यूनियन के बैनर तले किसानों ने पथरा गांव की बागै नदी खदान में जल सत्याग्रह किया। पट्टा धारक पर नदी की जल धारा रोककर अवैध खनन करने व पुलिस प्रशासन पर कई बार की शिकायतों के बाद भी कोई रुचि न लेने का आरोप लगाया। किसानों ने कहा कि पट्टा धारक के खिलाफ एफआइआर दर्ज हो।
नरैनी क्षेत्र में बागै और केन नदी में इन दिनों प्रशासन की मनमानी के चलते अवैध खनन जोरों पर है। इसका लगातार विरोध व शिकायतें हो रही हैं। गुरुवार को बुंदेलखंड किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल कुमार शर्मा की अगुवाई में आधा सैकड़ा महिला व पुरुष किसान बागै नदी पहुंच गए। इस दौरान सभी किसानों ने आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत तेरा (ब) में बागै नदी पर दो बालू खदानें संचालित हैं। उसके ठेकेदार अपनी आवंटित सीमा से बाहर पथरा ग्राम पंचायत में करीब 800 मीटर तक नदी की जलधारा रोककर बालू का अवैध ढंग से खनन किया जा रहा है। इसमें सैकड़ों ट्रक लगाए गए हैं। साथ ही ट्रैक्टर-ट्रालियां भी रातों दिन दौड़ रही हैं। पोकलैंड मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे खनिज विभाग को करोड़ों रुपये की राजस्व की हानि हो रही है। किसानों ने कहा कि संचालक के खिलाफ अवैध खनन करने और पर्यावरण से छेड़छाड़ करने पर रिपोर्ट दर्ज कराई जाए। अब तक निकाली गई अवैध बालू की रिकवरी की जाए। डीएम को भेजे ज्ञापन में कहा कि यदि रिपोर्ट दर्ज नहीं होती तो किसान चुप नहीं बैठेंगे। अब आरपार की लड़ाई लड़ेगें। करीब दो घंटे जल समाधि में रहे किसानों ने नारेबाजी भी की। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने कार्रवाई का भरोसा दिया।