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राजधानी में बज रहा किसानों की जैविक खेती का डंका

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : प्रदेश की राजधानी में जैविक व आर्गेनिक खेती का डंका जिले के द

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Sep 2018 10:24 PM (IST)Updated: Sat, 15 Sep 2018 10:24 PM (IST)
राजधानी में बज रहा किसानों की जैविक खेती का डंका
राजधानी में बज रहा किसानों की जैविक खेती का डंका

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : प्रदेश की राजधानी में जैविक व आर्गेनिक खेती का डंका जिले के दो किसानों ने बजाया है। योगी सरकार की ओर से लखनऊ में के विभूति खंड में 15 व 16 सितंबर तक लगी प्रदर्शनी में जिले के खुटहा गांव को मौका मिला है। यहां के प्रगतिशील किसान शिव कुमार शुक्ला व धीरज कुमार प्रदर्शनी में शामिल हुए। शनिवार को इनके उत्पादों की काफी सराहना हुई। उनके खेती के तरीकों से दूसरे किसानों को बड़ा संदेश मिल रहा है।

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जिले के 50 गांवों तक पहल

जैविक और आर्गेनिक खेती को लेकर जनपद के किसान उत्साहित हैं। परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत 50 गांवों के किसानों को इससे जोड़ा गया है। जैविक व आर्गेनिक खेती करने के बाद उत्पादों की बिक्री को लेकर कोई बेहतर इंतजाम नहीं होने से प्रदर्शनी शुभ संकेत के तौर पर सामने आई है। इससे भविष्य में बड़ा बाजार मिलने की संभावनाएं हैं।

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पहले दिन इन उत्पादों की सराहना

जिले में किसान जैविक और आर्गेनिक खेती के तहत ज्वार, बाजरा, अरहर, लौकी, कद्दू और घुइयां का उत्पादन कर रहे हैं। लखनऊ गए दोनों किसान के ज्वार व बाजरा का आटा, अरहर की दाल और सब्जी के रूप में लौकी, कद्दू व घुइयां की आकर्षक पै¨कग, उत्पाद की गुणवत्ता को खूब सराहा गया। पै¨कग मशीन व मैटेरियल की व्यवस्था एजूकेशन सोसाइटी जलपाईगुड़ी संस्था की तरफ से की गई है।

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यह हैं खेती के तरीके

- एक खेत में कई फसल एक साथ लगाते हैं

- केचुआ खाद का इस्तेमाल करते हैं

- गोमूत्र व जीवामृत का प्रयोग होता है खेती में

- कीटनाशक की जगह नीम की पत्तियों का प्रयोग

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किसानों को मिलेगा बढ़ावा

किसान जैविक खेती को लेकर उत्साहित हैं। उनके उत्पाद की बिक्री की व्यवस्था सरकार करने लगे तो काफी फायदेमंद हालात बनेंगे। प्रदर्शनी लगने से इस दिशा में कदम बढ़ने की उम्मीद है। यह किसानों के हित में मील का पत्थर साबित हो सकती है।

-तेज प्रताप शाही, उप निदेशक कृषि, चित्रकूट


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