फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र जारी करने पर प्रतिकूल प्रविष्टि
संवाद सहयोगी, अतर्रा : जिलाधिकारी की अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान दिवस में फरियादियों की समस्याए
संवाद सहयोगी, अतर्रा : जिलाधिकारी की अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान दिवस में फरियादियों की समस्याएं सुनीं गईं। अन्य तहसीलों को मिलाकर दो सैकड़ा से ज्यादा शिकायती पत्र अधिकारियों को सौंपे गए। आधा सैकड़ा शिकायतों का निस्तारण किया गया। शेष शिकायतों को जांच कर कार्रवाई करने के लिए संबंधित अधिकारियों को सौंपी गईं। जिलाधिकारी ने बदौसा ग्राम पंचायत के तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी को फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने पर प्रतिकूल प्रविष्ट जारी करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने अन्ना जानवर समस्या पर कार्ययोजना बनाकर अधिकारियों को सहयोग करने को कहा।
अतर्रा तहसील के समाधान दिवस में आये प्रार्थना पत्रों में राजस्व से संबंधित 43, पुलिस 7, विकास 13, समाज कल्याण 1, शिक्षा 1 व अन्य 31 सहित कुल 96 प्रार्थना । डीएम हीरालाल, एसपी गणेश शाहा ने 9 समस्याओं का मौके पर निस्तारण कराया। इस दौरान ग्राम बदौसा के गेंदालाल पुत्र भोला प्रसाद ने जिलाधिकारी को बताया कि तत्कालीन पंचायत सचिव त्रिवेणी प्रसाद द्वारा मुझे वर्ष 2015 में सरकारी अभिलेखों में मेरे विरोधियों से सांठगांठ कर मृत घोषित किया गया था। जिसपर जिलाधिकारी ने कड़ा रुख अपनाते हुए उक्त सचिव के विरुद्ध प्रतिकूल प्रविष्ट के साथ अन्य कार्रवाई के लिए परियोजना निदेशक को निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने अधिकारियों से कहा कि समाधान दिवस में एक ही व्यक्ति अपनी समस्या को लेकर बार-बार प्रार्थना पत्र सौपता है जिससे स्पस्ट है कि निस्तारण की गुणवत्ता संतोषजनक नहीं है। ऐसी स्थित में शिकायतकर्ता अभिमत प्राप्त करते हुए उसके हस्ताक्षर अवश्य प्राप्त करे। जिससे निस्तारण में गुणवत्ता बेहतर हो सके। सदर तहसील में एसडीएम व तहसीलदार अवधेश निगम की अध्यक्षता में दिवस आयोजित हुआ। दिवस में आयी 55 में से 7 शिकायतों का मौके पर निस्तारण हुआ। संवाद सहयोगी बबेरू के अनुसार एसडीएम ने आधा सैकड़ा से अधिक आए मामलें में 17 का निस्तारण किया। संवाद सहयोगी नरैनी के अनुसार दिवस में 6 प्रार्थनापत्रों का मौके पर निस्तारण किया गया। इसके अलावा अन्य तहसीलों में भी फरियादी शिकायत को पहुंचे। वहां भी अधिकारियों ने शिकायतों का निस्तारण कराया है।