नमी की आड़ में नहीं हो पाएगा किसानों का शोषण
जागरण संवाददाता, बांदा : धान खरीद में किसानों का शोषण रोकने के लिए शासन की ओर से पहल क
जागरण संवाददाता, बांदा : धान खरीद में किसानों का शोषण रोकने के लिए शासन की ओर से पहल की गई है। धान में नमी की जांच के लिए डिजिटल यंत्र खरीदने का निर्देश जारी किया है। अभी तक नमी जांचने के लिए मैनुअल तरीका अपनाया जाता रहा है। इसमें किसानों और केंद्र प्रभारियों के बीच अक्सर विवाद होता था। किसानों को नुकसान भी उठाना पड़ता था। मंडी सचिवों ने यंत्र खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
चित्रकूटधाम मंडल में बांदा और चित्रकूट जिले में धान की पैदावार होती है। दोनों जिलों में सरकारी खरीद केंद्र खोले जाते हैं। इस बार दोनों जिलों में 87,300 मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य तय किया गया है। इसके लिए करीब 45 खरीद केंद्र खोलने की तैयारी है। पहली नवंबर से धान खरीद शुरू होनी है। सभी केंद्रों पर नमी मापक डिजिटल यंत्र से धान की नमी मापी जाएगी। इसके लिए जिलाधिकारी हीरालाल ने मंडी सचिवों को निर्देश दिए हैं ताकि किसानों को फसल का उचित मूल्य मिल सके। उन्होंने पिछले दिनों धान खरीद संबंधी बैठक में मंडी सचिवों को यंत्र खरीद के लिए ई-निविदा आमंत्रित करने को कहा था।
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मंडल में धान खरीद का लक्ष्य (मीट्रिक टन में)
एजेंसी- बांदा - चित्रकूट
खाद्य विभाग- 34000 - 1500
पीसीएफ- 11000 - 9000
यूपी एग्रो - 5000 - 2000
यीपूपीसीए - 14500 --
कर्मचारी कल्याण निगम- 3000 --
एनसीसीएफ - 1000- 1000
नैफेड- 3000 - 1000
एफसीआइ- 1300 --
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योग- 72800 - 14500
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धान खरीद में इस बार नमी की जांच के लिए डिजिटल यंत्र खरीदे जा रहे हैं। कई मंडी समितियों में खरीद की प्रक्रिया पूरी हो गई है। कुछ में दो दिन के अंदर खरीद कर ली जाएगी।
- देवी प्रसाद, क्षेत्रीय खाद्य नियंत्रक, चित्रकूटधाम मंडल, बांदा