फसल के साथ राहत की उम्मीदें भी धूमिल
फसलों के सुरक्षा की गारंटी के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लागू की गई है। लेकिन यह किसानों के लिए धोखा साबित हो रही है। बीमा कंपनी ने बैंक खातों से 45661 किसानों का करीब 12.77 करोड़ रुपये प्रीमियम तो जमा करा लिया। लेकिन सिर्फ 2737 किसानों को ही खरीफ में फसलों की क्षतिपूर्ति मिली। अतिवृष्टि व ओलावृष्टि से तबाह किसान मदद के लिए भटक रहा है।
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(केस-1)
फतेहगंज के छतैनी गांव के भोला प्रसाद ने 20 बीघे में तिल व मूंग बोया था। अतिवृष्टि से फसल बर्बाद हो गई। बोले, कंपनी ने खेतों का सर्वे किया था लेकिन आज तक मुआवजा नहीं दिया। (केस-2)
अतर्रा के चौसड़ गांव निवासी किसान रामकृपाल सिंह ने बताया कि 32 बीघे में खरीफ की फसल बोई थी। आज तक क्लेम के लिए चक्कर लगा रहे हैं। प्रीमियम जमा करने का लाभ नहीं मिला।
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जागरण संवाददाता, बांदा : अतिवृष्टि व ओलावृष्टि से तबाह किसानों की उम्मीदों पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ने पानी फेर दिया है। 45,661 किसानों ने 12.77 करोड़ रुपये प्रीमियम जमा किया, लेकिन खरीफ फसल की क्षतिपूर्ति महज 2737 किसानों को ही दी गई। अन्य किसान अपना हक पाने के लिए भटक रहे हैं।
खरीफ फसल में अतिवृष्टि से भारी तबाही मची। इसके अलावा बाढ़ में तिल, मूंग, उड़द, मूंगफली व अरहर आदि फसलें बर्बाद हो गई। बजाज एलायंज जनरल इंश्योरेंस कंपनी ने 33 फीसद का मानक तय कर रखा है। इसके ऊपर फसल बर्बाद होने पर ही किसान क्लेम के हकदार होते हैं। कृषि विभाग के सहयोग से बीमा कंपनी ने सर्वे कराया। 2737 किसानों के यहां 33 फीसद से ऊपर फसलें खराब मिलीं। इन किसानों को 1.21 करोड़ रुपये क्षतिपूर्ति दी गई। अन्य किसान दर-दर भटक रहे हैं।
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एक नजर में खरीफ फसल बीमा
कुल बीमित किसान : 45661
केसीसी खाताधारक : 31647
गैर ऋणी किसान : 14014
बीमित क्षेत्रफल : 30379 हेक्टेअर
कुल बीमित राशि : 1.44 अरब रुपये
कृषक अंश : 6.26 करोड़
लाभान्वित किसान : 2737 रुपये
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खरीफ फसल के सर्वे के अनुसार संबंधित किसानों को कंपनी से क्षतिपूर्ति दिलाई गई है। जो किसान रह गए हैं उन्हें भी जल्द ही मदद दी जाएगी।
-डॉ.प्रमोद कुमार, जिला कृषि अधिकारी खरीफ में कुछ किसानों के बीमा क्लेम का भुगतान रह गया है। बजट आ गया है, जल्द ही किसानों के बैंक खातों में धनराशि भेज दी जाएगी।
-रुपेश दीक्षित, प्रतिनिधि, बजाज एलायंज जनरल इंश्योरेंस कंपनी